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21 मिलियन डॉलर का वीजा फ्रॉड, अमेरिका में एक भारतीय गिरफ्तार

अमेरिकी प्रवर्तन एजेंसियों ने दावा किया है कि 48 साल का आशीष साहनी लोगों को धोखेबाजी से एच-1बी वीजा हासिल कर अमेरिका आने के लिए उकसा आ रहा था. इस तरह की धोखाधड़ी से उसने मोटी कमाई की है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • वीजा फ्रॉड मामले में एक भारतीय गिरफ्तार
  • 21 मिलियन डॉलर की धोखाधड़ी का आरोप
  • कानून के मुताबिक 10 साल की सजा का नियम

अमेरिका में वीजा फ्रॉड के मामले में एक भारतीय नागरिक की गिरफ्तारी की गई है. अमेरिका की प्रवर्तन एजेंसियों ने दावा किया है कि 48 साल का आशीष साहनी नाम का शख्स लोगों को धोखाधड़ी से एच-1बी वीजा हासिल कर अमेरिका आने के लिए उकसा आ रहा था.

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गुरुवार को गिरफ्तार किए गए इस शख्स पर आरोप है कि उसने एच-1बी वीजा हासिल करने के लिए गलत तरीके से आवेदन भरा था. 

21 मिलियन डॉलर मुनाफा कमाया

अमेरिकी एजेंसियों का दावा है कि आशीष साहनी ने साजिश रची, अप्रवासियों को अवैध तरीके से आकर अमेरिका में रहने के लिए उकसाया. अमेरिकी एजेंसियों के मुताबिक इस शख्स ने 2011 से 2016 तक अमेरिका में रहकर 21 मिलियन डॉलर का फायदा उठाया. 

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10 साल की हो सकती है सजा 

अगर साहनी इस मामले में दोषी पाया जाता है तो उसे 10 साल की सजा हो सकती है. वॉशिंगटन डीसी से सटे एक उपनगरीय इलाके में रहने वाले इस शख्स ने दूसरों के वीजा आवेदन पत्र में कहा कि ये व्यक्ति अमेरिका में एक विशेष काम करेगा, जबकि वास्तविकता ये थी कि उसके आवेदन भरने के समय अमेरिका में ऐसी कोई नौकरी ही नहीं थी. 

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ट्रंप प्रशासन के दौरान वीजा नियमों में सख्ती

इसके अलावा आशीष साहनी ने गलत जानकारी देकर खुद को एक अमेरिकी नागरिक के तौर पर स्थापित करना चाहा.   
बता दें कि ट्रंप प्रशासन में अमेरिका ने अपने वीजा नियमों में सख्त किया है. वीजा नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ अमेरिका कड़ी कार्रवाई कर रहा है. 

 

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