सिंगापुर में पिछले 40 सालों के सबसे भीषण दंगों में भूमिका के लिए 31 साल के एक भारतीय नागरिक को आज 18 हफ्तों के लिए जेल भेजा दिया गया. घटना को लेकर अब तक छह लोगों को सजा दी जा चुकी है.
द स्ट्रेट्स टाइम्स की खबर के अनुसार कृष्णन श्रावणन पर सिंगापुर के लिटिल इंडिया इलाके में आदेश मिलने के बाद भी दंगों के घटनास्थल से नहीं हटने के संशोधित आरोप हैं. लिटिल इंडिया भारतीय दुकानों, रेस्तराओं और पब के लिए मशहूर है.
पिछले साल 8 दिसंबर को हुए दंगों में भूमिका को लेकर दोष स्वीकार करने वाला श्रावणन छठा व्यक्ति है. ये दंगे एक बस दुर्घटना में एक भारतीय नागरिक की मौत के बाद भड़के थे.
पिछले साल 9 दिसंबर को श्रावणन की गिरफ्तारी के समय से उसकी सजा लागू मानी जाएगी. दंगों के सिलसिले में आरोपी बनाए गए 25 लोगों में श्रावणन का नाम शामिल है.
पिछले दो महीनों में पांच अन्य लोगों को इसी तरह के संशोधित आरोपों के तहत सजा सुनाई जा चुकी है. उन्हें 15 से 18 हफ्तों की जेल की सजा मिली थी.
दक्षिण एशिया के करीब 400 प्रवासी मजदूर इन दंगों का हिस्सा थे. दंगों में 49 पुलिसकर्मी एवं अधिकारी घायल हुए और 23 आपात वाहन क्षतिग्रस्त हो गए.