जॉर्डन के सुरक्षाकर्मियों ने एक भारतीय नागरिक को उस समय गोली मार दी जब वह अवैध रूप से दूसरे देश में घुसने की कोशिश कर रहा था. घटना में शख्स की मौत हो गई. जॉर्डन में भारतीय दूतावास ने कहा, 'हमें दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों में एक भारतीय नागरिक की दुखद मृत्यु के बारे में पता चला है. हम स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है और मामले पर कार्रवाई कर रहे हैं. मृतक के शव को भारत वापस ले जाने के लिए जॉर्डन के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. शख्स के परिवार को उसकी मौत की सूचना दे दी गई है और हर संभव कांसुलर सहायता प्रदान किया जा रहा है.'
अम्मान में भारतीय दूतावास द्वारा मृतक के परिवार को भेजे गए एक पत्र के मुताबिक, वह केरल का रहने वाला था, जो तीन अन्य लोगों के साथ टूरिस्ट वीजा पर जॉर्डन गया था. जॉर्डन के सुरक्षा बलों ने कथित तौर पर शख्स को उस समय गोली मार दी, जब वह अपने एक साथी के साथ अवैध रूप से देश की सीमा पार करने की कोशिश कर रहा था. दोनों जॉर्डन से इजरायल की सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे. मृतक की पहचान 47 वर्षीय थॉमस गेब्रियल परेरा के रूप में की गई है, जो तिरुवनंतपुरम के पास थुम्बा का निवासी था.
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थॉमस का एक साथी भी गोलीबारी में घायल
एडिसन नाम का 43 वर्षीय एक अन्य व्यक्ति, जो मृतक के साथ था, कथित तौर पर जॉर्डन के सुरक्षा बलों की गोली से घायल हो गया. एडिसन भी थुम्बा का मूल निवासी है और दो दिन पहले केरल स्थित अपने घर लौट आया था. यह घटना उनके जॉर्डन जाने के पांच दिन बाद 10 फरवरी को हुई. मछुआरा समुदाय से आने वाले थॉमस और एडिसन दोनों ऑटोरिक्शा चालक थे.
The Embassy has learnt of the sad demise of an Indian national in unfortunate circumstances. The Embassy is in touch with the family of the deceased and is working closely with Jordanian authorities for transportation of mortal remains of the deceased. @MEAIndia
— India in Jordan (@IndiainJordan) March 2, 2025
थॉमस के परिजनों के अनुसार, उन्हें जॉर्डन के अम्मान में भारतीय दूतावास से एक पत्र मिला, जिसमें कहा गया था, 'थॉमस और एक अन्य व्यक्ति अवैध रूप से करकाक जिले में जॉर्डन की सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे. सुरक्षा बलों ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन उन्होंने चेतावनी नहीं सुनी. गार्डों ने उन पर गोलियां चला दीं. एक गोली थॉमस के सिर में लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई.' जॉर्डन में भारतीय दूतावास में अटैची प्रदीप कुमार की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि भारतीय अधिकारी थॉमस की पहचान सत्यापित करने के लिए अस्पताल जाएंगे.
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चार लोग टूरिस्ट वीजा पर गए थे इजरायल
सत्यापन के बाद थॉमस के पार्थिव शरीर को भारत लाने की व्यवस्था की जाएगी. पत्र में परिवार से थॉमस के पहचान पत्र का विवरण साझा करने के लिए कहा गया है. केरल में थॉमस और एडिसन के परिवारों ने कहा कि ये दोनों उन चार लोगों में से थे जो 5 फरवरी को टूरिस्ट वीजा पर जॉर्डन गए थे. उनकी मदद जॉर्डन में काम करने वाले एक केरलवासी ने की थी. जॉर्डन के करकाक जिले की सीमा पश्चिम में डेड सी से लगती है. गूगल मैप से पता चलता है कि करकाक से इजरायली की सीमा काफी नजदीक है.
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एडिसन के परिजनों के मुताबिक गोली लगने से घायल होने के बाद जॉर्डन के सुरक्षा बलों ने उसे कैम्प में रखा और उसका इलाज कराया. एडिसन के एक रिश्तेदार ने कहा, 'उसे समुद्र के किनारे गोली लगी थी. बाद में उसे एहसास हुआ कि वह सुरक्षा बलों के एक कैम्प में था, जहां गोली लगने से घायल होने के बाद उसका इलाज किया गया था. कुछ दिनों बाद उसे जॉर्डन की जेल में डाल दिया गया और बाद में वापस भारत भेज दिया गया. जानकारी के अनुसार, थॉमस और एडिसन के साथ के अन्य दो व्यक्ति जॉर्डन की जेल में हैं.'