यूक्रेन के खारकीव में मंगलवार को भारतीय छात्र नवीन की रूसी हमले में मौत हो गई. नवीन कर्नाटक का रहने वाला था और खारकीव में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था. नवीन के दोस्त ने बताया कि वह सुबह खाना और जरूरी सामान लेने के लिए बंकर से बाहर निकला था. तभी हमले में उसकी मौत हो गई.
नवीन का दोस्त श्रीकांत भी खारकीव में ही फंसा है. श्रीकांत ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि वह और नवीन क्लासमेट थे. वे खारकीव में कुछ दिनों से बंकर में रह रहे थे. श्रीकांत के मुताबिक, नवीन आज (1 मार्च) सुबह कुछ सामान लेने के लिए बंकर से बाहर गया था.
श्रीकांत ने बताया कि खारकीव में शाम 3 बजे से सुबह 6 बजे तक कफ्यू लगा हुआ है. ऐसे में वह सुबह 6 बजे के बाद जरूरी सामान लेने गया था. तब हम सो रहे थे. श्रीकांत के मुताबिक, नवीन ने बाहर जाते वक्त उन्हें कुछ भी नहीं बताया था.
बंकर से सिर्फ 50 मीटर दूर था स्टोर
श्रीकांत ने बताया कि नवीन स्टोर तक गया था. स्टोर बंकर से 50 मीटर की दूरी पर था. इसके बाद वह नहीं लौटा. इसके बाद उसने नवीन को कई बार फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठा. इसके बाद उसने अपनी जान पहचान के कुछ स्थानीय लोगों से फोन पर बात की. इसके बाद नवीन के फोन पर किसी ने रूसी भाषा में बात की. उसने बताया कि आखिर क्या हुआ है. इसके बाद उनके हेड ने भी इस खबर की पुष्टि की. श्रीकांत ने कहा, खारकीव में लगातार गोलीबारी हो रही है. ऐसे में उन्हें नहीं पता रहता कि बंकर के बाहर क्या हो रहा है?
'अधिकारियों के संपर्क में नहीं'
श्रीकांत ने बताया कि अभी तक किसी भी स्थानीय अधिकारी ने उनसे संपर्क नहीं किया है. श्रीकांत ने कहा, यहां तक कि दूतावास भी कुछ नहीं कह रहा है. वे कह रहे हैं कि पश्चिमी हिस्से में जाने की कोशिश करो, लेकिन कोई परिवहन का साधन नहीं मिल रहा है.
श्रीकांत ने जब पूछा गया कि क्या भारतीय दूतावास ने उनसे और अन्य छात्रों से संपर्क किया था. इस पर श्रीकांत ने कहा, हमसे कहा गया है कि हमें निकाला जाएगा. लेकिन मुझे नहीं पता कि ऐसा कब होगा.
बता दें कि 24 फरवरी से लगातार रूस यूक्रेन पर हमले कर रहा है. यहां के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में भी रूसी सेना के हमले जारी हैं. लिहाजा, यहां फंसे लोगों के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है. कई भारतीय छात्र भी यहां फंसे बताए जा रहे हैं.