भारत और मालदीव के बीच जारी राजनयिक तनाव के बीच भारतीय सैनिकों का पहला बैच मालदीव से वापस आ गया है. मालदीव छोड़ने से पहले भारतीय सैनिकों ने अपना कार्यभार भारत के टेक्निकल एक्सपर्ट टीम को सौंप दिया है. मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी पर चीन ने भी प्रतिक्रिया दी है. चीन की ओर से यह प्रतिक्रिया विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता प्रवक्ता वांग वेनबिन ने दी है.
वांग वेनबिन ने मालदीव सरकार के इस कदम का समर्थन करते हुए कहा है कि चीन, मालदीव की क्षेत्रीय संप्रभुता को बनाए रखने में उसका समर्थन करता है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट करते हुए कहा, "अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता को बनाए रखने और अन्य देशों के साथ स्वतंत्र आदान-प्रदान और सहयोग को लेकर मालदीव द्वारा उठाए गए कदम का चीन समर्थन करता है."
चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वेनबिन ने यह टिप्पणी मालदीव में तैनात भारतीय सैन्यकर्मियों के पहले बैच के वापस जाने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में की है.
भारतीय सैनिकों का पहला बैच मालदीव से वापस आया
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के आदेश के बाद विभिन्न द्वीपों में सर्विलांस एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर को ऑपरेट कर रहे भारतीय सैनिक मालदीव से वापस आ गए हैं. मालदीव की न्यूज वेबसाइट मिहारू की रिपोर्ट के मुताबिक, अड्डू शहर के सबसे दक्षिणी एटोल में तैनात लगभग 25 भारतीय सैनिक 10 मार्च की तय समय सीमा से पहले मालदीव छोड़ चुके थे. मालदीव की मीडिया ने सोमवार को बताया कि भारतीय सैनिक अपना कार्यभार टेक्निकल टीम को सौंप कर वापस चले गए हैं.
हालांकि, मालदीव या भारत के किसी अधिकारी की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. हालांकि, मिहारू ने दावा किया है कि मालदीव के राष्ट्रीय सुरक्षा बल ने भारतीय सैनिकों की वापसी के बारे में पुष्टि की है.
China supports the Maldives in upholding its territorial sovereignty and having independent exchanges&cooperation with other countries. pic.twitter.com/QmYcMi5xC6
— Spokesperson发言人办公室 (@MFA_China) March 12, 2024
चीन ने क्या प्रतिक्रिया दी
मालीदव से भारतीय सैनिकों की वापसी को लेकर पूछे गए सवाल पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा है कि उन्हें इस बारे में विशेष जानकारी नहीं है. अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा करने और स्वतंत्रता के आधार पर सभी पक्षों के साथ मैत्रीपूर्ण सहयोग को लेकर उठाए गए मालदीव के कदम का चीन समर्थन करता है.
चीन ने बुधवार को यह भी कहा है कि रक्षा मुद्दों को लेकर सहयोग पर चर्चा करने के लिए एक चीनी सैन्य प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में मालदीव, श्रीलंका और नेपाल का दौरा किया है. पिछले सप्ताह मालदीव की ओर से कहा गया था कि उसने चीन के साथ सैन्य सहायता समझौते पर हस्ताक्षर किया है. इस डील के तहत चीन मालदीव को गैर-घातक यानी नॉन लीथल हथियार मुफ्त में सप्लाई करेगा.
सादे कपड़ों में भी रहने की अनुमति नहींः मुइज्जू
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने हाल ही में कहा था कि 10 मई के बाद कोई भी भारतीय सैनिक सादे कपड़ों में भी उनके देश में मौजूद नहीं रहेगा.