21 वर्षीय पवनप्रीत कौर की हत्या के सिलसिले में वॉन्टेड भारतीय मूल के भगोड़े धरम सिंह धालीवाल (Dharam Singh Dhaliwal) को कनाडा की पुलिस ने देश की 25 मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में रखा है. धालीवाल की गिरफ्तारी के लिए कोई भी खबर देने वाले व्यक्ति को 50 हजार कनाडा का डॉलर इनाम मिलेगा. धालीवाल को खतरनाक माना जाता है.
कनाडा पुलिस के मुताबिक, धरम के ग्रेटर टोरंटो एरिया, विन्निपेग, वैंकूवर/लोअर मेनलैंड और भारत में कनेक्शन हैं. पील रीजनल पुलिस फर्स्ट-डिग्री हत्या के लिए धरम धालीवाल को वारंट पर चाहती है. धरम धालीवाल को तलाशने के लिे BOLO (बी ऑन द लुक आउट) प्रोग्राम का सहारा लिया जा रहा है. इस प्रोग्राम के जरिए गंभीर अपराधों के लिए वॉन्डेट अपराधियों पर नजर रखी जाती है. यह कनाडा के मोस्ट वॉन्टेड संदिग्धों की तलाश में नागरिकों को शामिल करने के लिए सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी का सहारा लेता है.
दिसंबर 2022 में हुई थी पवनप्रीत कौर की हत्या
21 वर्षीय पवनप्रीत कौर को दिसंबर 2022 में ब्रैम्पटन, ग्रेटर टोरंटो एरिया (GTA) में पेट्रो-कनाडा गैस स्टेशन पर गोली मार दी गई थी. हत्या से पहले के महीनों में, धालीवाल पर कौर के खिलाफ घरेलू अपराधों का आरोप लगाया गया था. धालीवाल ने पुलिस से बचने के लिए कौर की हत्या से पहले आत्महत्या की साजिश भी रची थी. प्रेस रिलीज में कहा गया कि धरम धालीवाल जानबूझकर सितंबर 2022 में लापता हो गया, लेकिन जांच से पता चला है कि यह पवनप्रीत कौर की हत्या की योजना का हिस्सा था.
पिछले साल अप्रैल में, PRP के होमिसाइड ब्यूरो ने फर्स्ट डिग्री मर्डर के लिए 31 वर्षीय धालीवाल की गिरफ्तारी के वारंट का ऐलान किया. पील रीजनल पुलिस (PRP) प्रमुख निशान दुरईअप्पा ने धालीवाल को पकड़ने में सार्वजनिक सहायता की अहमियत पर जोर देते हुए कहा, "पवनप्रीत कौर की हत्या ने उनके परिवार की जिंदगी को हमेशा के लिए बदल दिया और हमारे समुदाय को काफी प्रभावित किया."
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5 फुट 8 इंच लंबे और 75 किलोग्राम वजन वाले धालीवाल को उसके बाएं हाथ पर टैटू के साथ हथियारबंद और खतरनाक माना जाता है.
धालीवाल के परिवार के दो सदस्यों- प्रीतपाल धालीवाल और अमरजीत धालीवाल को 18 अप्रैल, 2023 को न्यू ब्रंसविक के मॉन्कटन में गिरफ्तार किया गया और उन पर हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया गया. पुलिस ने कहा कि जांच करने वालों ने इस बात पर जोर दिया है कि गिरफ्तारी से बचने में धालीवाल की सहायता करने वाले किसी भी व्यक्ति को समान आरोपों का सामना करना पड़ेगा.