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इंडोनेशिया में भूकंप के जोरदार झटके, रिक्टर स्केल पर 7.3 मापी गई तीव्रता 

इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर मंगलवार की सुबह भूकंप के जोरदार झटके लगे हैं. इंडोनेशिया की जियोफिजिक्स एजेंसी के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 7.3 मापी गई है.

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सांकेतिक फोटो
सांकेतिक फोटो

इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर मंगलवार की सुबह भूकंप के जोरदार झटके लगे हैं. इंडोनेशिया की जियोफिजिक्स एजेंसी के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 7.3 मापी गई है. इस भूकंप के साथ ही करीब दो घंटे तक सुनामी की चेतावनी भी जारी कर दी गई. 

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सुनामी की चेतावनी जारी होते ही स्थानीय अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्र के निवासियों को तुरंत तट से दूर जाने का निर्देश देने के लिए कहा गया था. हालांकि इसे बाद में हटा लिया गया. यूरोपियन-मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) ने पहले भूकंप की तीव्रता 6.9 बताई थी.  

84 किमी गहराई में था केंद्र

इस भूकंप का केंद्र जमीन के अंदर 84 किलोमीटर गहराई में था. स्थानीय समय के अनुसार, भूकंप सुबह करीब तीन बजे आया था. भूकंप इतना तेज था कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और कुछ लोग तो घबड़ा गए थे. हालांकि अब स्थिति नियंत्रण में है. 

न्यूजीलैंड में सोमवार सुबह आया था भूकंप

इससे पहले सोमवार की सुबह ही न्यूजीलैंड में जोरदार भूकंप आया था. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.2 मापी गई. भारतीय समय के मुताबिक, सुबह छह बजकर 11 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. 

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ये भूकंप न्यूजीलैंड के केर्माडेक द्वीप समूह पर आया था. NCS के मुताबिक, इसका केंद्र जमीन के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था. इस भूकंप के बाद न्यूजीलैंड में सुनामी का कोई खतरा नहीं है. सिविल डिफेंस ने कहा, "मौजूदा जानकारी के आधार पर, प्रारंभिक आकलन यह है कि भूकंप से सुनामी आने की संभावना नहीं है जो न्यूजीलैंड के लिए खतरा पैदा करेगी." 

वहीं USGS के मुताबिक, इस भूकंप के करीब 20 मिनट बाद यानी छह बजकर 53 मिनट पर केर्माडेक द्वीप ही दोबारा फिर भूकंप आया. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.4 मापी गई. इस भूकंप का केंद्र जमीन के अंदर 39 किलोमीटर गहराई में था. 

क्यों आता है भूकंप? 

धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स हैं. ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं. जब ये प्लेट आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं. एकदूसरे के ऊपर चढ़ती या उनसे दूर जाती हैं, तब जमीन हिलने लगती है. इसे ही भूकंप कहते हैं. भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं. जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं. रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होती है. भूकंप की तीव्रता को उसके केंद्र यानी एपीसेंटर से नापा जाता है. यानी उस केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को इसी स्केल पर मापा जाता है. 1 यानी कम तीव्रता की ऊर्जा निकल रही है. 9 यानी सबसे ज्यादा. बेहद भयावह और तबाही वाली लहर. ये दूर जाते-जाते कमजोर होती जाती हैं. अगर रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 7 दिखती है तो उसके आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटका होता है. 

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