scorecardresearch
 

क्या पहले से खराब था 189 लोगों की जान लेने वाला लॉयन एयर का विमान?

प्लेन उड़ते ही खराबी के संकेत मिलने लगे थे. पायलट ने रडार से संपर्क टूटने से पहले एयर ट्रैफिक कंट्रोल से प्लेन को बेस लौटाने के लिए कहा था.

Advertisement
X
हादसे का शिकार हुए विमान का मलबा (फोटो-रॉयटर्स)
हादसे का शिकार हुए विमान का मलबा (फोटो-रॉयटर्स)

Advertisement

इंडोनेशिया का लॉयन एयर बोइंग विमान सोमवार को उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही जावा समुद्र में हादसे का शिकार हो गया, जिसमें किसी के बचने का कोई संकेत नहीं है. विमान में 189 लोग सवार थे और इसे भारतीय पायलट भव्य सुनेजा उड़ा रहे थे. फ्लाइटरडार24 का डाटा दिखाता है कि विमान के उड़ान भरने के करीब दो मिनट के भीतर ही उसमें खराबी के संकेत मिलने लगे थे.

विमान में खराबी के संकेत मिलने पर वह दो हजार फीट पर पहुंच गया था. विमान पांच हजार फीट चढ़ने से पहले 500 फीट से ज्यादा लुढ़का था और 5,450 फीट पर पहुंचने से पहले ही फिर से लुढ़क गया.

विमान अंतिम क्षण में काफी तेज था और संबंध टूटने से पहले वह 345 नॉट्स की स्पीड हासिल कर चुका था. जब विमान का संपर्क टूटा तो वह 3,650 फीट पर था. 188 लोगों को ले जा रहे विमान के समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले इसकी कुल उड़ान 13 मिनट की थी.  डाटा में दिखाया गया कि यही विमान एक दिन पहले उड़ान के 13 मिनटों के भीतर करीब 24,800 फीट की ऊंचाई पर पहुंच गया था.

Advertisement

लॉयन एयर विमान ने सुबह 6.20 बजे जकार्ता के सोकारनो हात्ता अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी और यह लगभग एक घंटे में पंगकल पिनांग पहुंचने वाला था लेकिन विमान का सुबह 6.33 बजे संपर्क टूट गया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विमान अगस्त से ऑपरेशन में था और उड़ान भरने लायक था. इंडोनेशिया की राष्ट्रीय खोज बचाव एजेंसी बसरनास के मुताबिक, बोइंग 737 जेटी610 ने जकार्ता से इंडोनेशियाई द्वीप बांगका पर स्थित पंगकल पिनांग के लिए उड़ान भरी थी, जो 13 मिनट बाद रडार से गायब हो गया.

जकर्ता पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्लाइट डाटा में दिख रहा है कि विमान ने पश्चिमी जावा के कारावांग के तांजुंग बुंगीन के तट से 12.96 किलोमीटर उत्तर में समुद्र में अचानक तेज गोता लगाया. अधिकारियों का कहना है कि वे अभी भी ब्लैक बॉक्स और इमरजेसी लोकेटर ट्रांसमीटर का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.

एयरलाइन के एक प्रवक्ता के मुताबिक, प्लेन इसी साल बना था, जिसे कैप्टन सुनेजा अपने को-पायलट हरविनों के साथ उड़ा रहे थे. अधिकारियों ने कहा कि दुर्घटना से पहले पायलट ने वापस बेस लौटने को कहा था. लॉयन एयर के मुख्य कार्यकारी एडवर्ड सीरैट ने कहा इस 'विमान की डेनपासार से जकार्ता की रविवार की उड़ान में कुछ तकनीकी दिक्कतें सामने आई थीं लेकिन सोमवार सुबह उड़ान भरने से पहले इन्हें ठीक कर लिया गया था.' उन्होंने कहा कि एयरलाइन अभी भी इसकी जांच कर रही है कि क्या पायलट ने वापस बेस लौटने के लिए बोला था.

Advertisement

परिवहन मंत्रालय के बामबंग एरवन ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, विमान ने रडार से संपर्क टूटने से पहले एयर ट्रैफिक कंट्रोल से बेस लौटने के लिए बोला था.

Advertisement
Advertisement