नेपाल ने इस बात को नकार दिया है कि उसने किसी भी तरह की सहायता लेने से इनकार किया है. हालांकि नेपाल ने सभी देशों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से आग्रह किया है कि वे राहत सामग्री और मानवीय सहायता भेजने से पहले उसे सूचित कर दें, ताकि उन्हें सुविधा हो.
नेपाल के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'प्रभावी समन्वय सुनिश्चित करने के मद्देनजर और साथ ही हवाईअड्डे पर आसानी से प्रबंधन के लिए हमारी सरकार सभी विदेशी सरकारों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों से आग्रह करती है कि वे राहत सामग्री, चिकित्सा दल के साथ-साथ अपने विमानों की विस्तृत जानकारी के संबंध में विदेश मंत्रालय को सूचित कर दें.'
इसमें कहा गया है, 'तात्कालिक राहत कार्यों के लिए जरूरत की इस घड़ी में ऐसी कोई भी सूचना कि सरकार किसी भी मित्र देश से मानवीय सहायता स्वीकार्य करने से इनकार कर रही है, सच नहीं है और गुमराह करने वाली है. सरकार सभी मित्र देशों से मानवीय सहायता जारी रखने की उम्मीद रखती है.'
नेपाल के विदेश मंत्रालय का यह बयान उनकी मीडिया रिपोर्ट के बाद आया है, जिसमें कहा गया है कि कई देश राहत सामग्री प्रदान करने की तुलना में अपने नागरिकों निकालने में व्यस्त हैं.
विदेश मंत्रालय ने इस भीषण त्रासदी के समय में मानवीय सहायता के उसके आग्रह पर मित्र देशों द्वारा तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए बहुमूल्य समर्थन और सहयोग के लिए सभी देशों का आभार जताया. नेपाल के विदेश मंत्रालय ने राहत सामग्री और चिकित्सा दल के साथ काठमांडू आने वाले विमानों से जल्द से जल्द वापस जाने का भी अनुरोध किया है ताकि हवाईअड्डे पर यातायात कम करने में मदद मिले.
बयान में कहा गया है कि इस समय सबसे ज्यादा जरूरत तंबुओं, चटाइयों, कंबल, जल शोधक, सैनिटेशन किट्स, बर्तन के साथ-साथ खुले में रुकने में सहायक अन्य जरूरी सामग्री की है. इसी तरह से नेपाल को पूरी तरह से उपकरणों से सुसज्ति ऑर्थोपेडिक सर्जन, एनेस्थेटिस्ट, तंत्रिका रोग विशेषज्ञ, सहयोगी स्टाफ और जनरल सर्जन की जरूरत है.
- इनपुट IANS