लीबिया के तानाशाह कर्नल मुअम्मर गद्दाफी ने स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों को अपना सेक्स गुलाम बनाया हुआ था. यही नहीं वह पुरुष अंगरक्षकों और लड़कों का भी रेप करता था. यह खुलासा फ्रांस के जर्नलिस्ट एनिक कोजियां की एक किताब से हुआ है. फ्रांस में बेस्टसेलर रह चुकी इस किताब का अब अंग्रेजी में अनुवाद किया गया है.
इस किताब के मुताबिक गद्दाफी स्कूल जाने वाली लड़कियों को अगवा करवाता था और उन्हें कैद कर उनके साथ जबरन सेक्स किया करता था. ऐसा ही कुछ सुरैया (बदला हुआ नाम) नाम की एक लड़की के साथ हुआ था. उसका उस वक्त अपहरण कर लिया गया था जब वह 15 साल की थी. उसे त्रिपोली के बाहर एक किले के बेसमेंट में पांच साल तक कैद में रखा गया.
लड़की का कहना है कि रोजाना ही उसका रेप किया जाता था. उसे मारा-पीटा जाता और गालियां दी जाती थीं. यही नहीं दूसरी लड़कियों और यहां तक कि लड़कों के साथ भी ऐसा ही बर्ताव किया जाता था.
सुरैया की तरह गद्दाफी की हवस का शिकार दूसरे लड़के-लड़कियों की दर्दनाक दास्तान को इस किताब में बयां किया गया है. फ्रांसिसी पत्रकार एनिक कोजीन की इस किताब का नाम है- 'गद्दाफीज़ हैरम'. इस किताब की अब तक 100,000 प्रतियां बिक चुकी हैं. अगले महीने इसका अंग्रेजी अनुवाद जारी किया जाएगा.
किताब के मुताबिक गद्दाफी पुरुषों और लड़कों का भी रेप करता था. यही नहीं वह सेलिब्रिटीज और विदेशी अधिकारियों की पत्नियों को भी अपना शिकार बनाता था. कोजियां की रिसर्च के मुताबिक गद्दाफी हर समय जिन महिला अंगरक्षकों से घिरा रहता था, दरअसल वो उसकी रखैल थीं, जिन्हें हथियारों का कोई ज्ञान नहीं था.
सुरैया ने कोजियां को अपनी भयानक आपबीती सुनाई. उसने बताया कि साल 2004 में गद्दाफी उनके स्कूल आया था. इस दौरान उसे फूल भेंट करने की जिम्मेदारी दी गई. आठ बच्चों के पिता गद्दाफी ने उसके सिर पर थपकी दी. इसका मतलब यह था कि वह अपने सहयोगियों को बता रहा है कि उसे यह लड़की अपने हरम में चाहिए.
इसके अगले दिन लड़की को त्रिपोली के पास स्थित गद्दाफी के किले बाब अल-अजीजिया ले जाया गया. यहां उसके कपड़े उतारे गए और उसे गद्दाफी के सामने पेश किया गया. उसने बताया कि गद्दाफी बिस्तर पर नग्न अवस्था में लेटा हुआ था और उसने उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की. लेकिन जब सुरैया ने विरोध किया तो हरम का मुखिया उसे सबक सिखाने के लिए ले गया.
लड़की के हवाले से कोजियां ने अपनी किताब में लिखा है, 'उसने (गद्दाफी) मेरा हाथ पकड़ा और जबरदस्ती मुझे बिस्तर पर अपने साथ बैठा दिया. उसने मुझसे कहा, डरो मत. मैं तुम्हारा पापा हूं. तुम मुझे इसी नाम से तो पुकारती हो. लेकिन मैं तुम्हारा भाई और प्रेमी भी हूं. मैं तुम्हारे लिए सबकुछ हूं. क्योंकि तुम अब हमेशा के लिए मेरे साथ रहने वाली हो.'
सुरैया को पॉर्न फिल्में दिखाई जाती थीं ताकि वह सीख सके कि उसे गद्दाफी के साथ सेक्स कैसे करना है. किताब के मुताबिक तानाशाह गद्दाफी लड़कों और अपने पुरुष अंगरक्षकों का भी रेप करता था.
सुरैया को 2009 में अपने घर जाने की इजाजत दी गई, लेकिन उसका कहना है कि वह अपने घरवालों के लिए शर्म का कारण थी क्योंकि उसने शादी के बाहर सेक्स किया था. उसके मुताबिक 2011 में गद्दाफी की मौत के बाद ही उसने खुद को आजाद महसूस किया.
और तो और जो महिलाएं गद्दाफी से मिलने आती थीं उनके खून की जांच की जाती थी, ताकि अगर गद्दाफी उनके साथ सेक्स करना चाहे तो उन्हें कोई बीमारी ना हो.