फिलीस्तीन के दिवंगत नेता यासर अराफात का शव उनकी कब्र से निकालने के लिए रूस के विशेषज्ञ पश्चिमी तट पहुंच गए हैं. उनका शव कब्र से इसलिए निकाला जा रहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनकी मौत की असली वजह क्या है?
फ्रांसीसी प्रशासन की ओर से इस मामले में नई जांच साल की शुरुआत में अराफात की पत्नी द्वारा मुहैया कराए गए उनके निजी सामान पर रेडियोएक्टिव पोलोनियम-210 पाए जाने के बाद शुरू हुई. फिलीस्तीन के प्रशासन ने कहा कि अराफात का शव मंगलवार को कब्र से निकाला जाएगा.
रूस के तीन विशेषज्ञ उस अंतर्राष्ट्रीय टीम का हिस्सा हैं, जिसे फिलीस्तीन राष्ट्रीय प्रशासन (पीएनए) ने आमंत्रित किया है. इसमें फ्रांस और स्विट्जरलैंड के विशेषज्ञ भी शामिल हैं.
एक फिलीस्तीनी जांचकर्ता ने कहा कि विशेषज्ञ अराफात के अवशेष का नमूना अपने-अपने देश ले जाएंगे और उस पर पोलोनियम-210 या अन्य प्राणघातक पदार्थो की जांच करेंगे. जांच में कुछ महीने लग सकते हैं. फिलीस्तीनी नेता का शव उसी दिन पूरे सैन्य सम्मान के साथ फिर से दफना दिया जाएगा.
फिलीस्तीन मुक्ति संगठन (पीएलओ) का 35 वर्षो तक नेतृत्व करने वाले अराफात की नवंबर 2004 में अचानक बीमार हो जाने के बाद मौत हो गई थी. कहा गया कि उनकी मौत बीमारी या जहर से हुई. फिलीस्तीन ने लगातार आरोप लगाया कि उसके नेता की मौत इजरायल द्वारा जहर देने से हुई, लेकिन इजरायल ने हमेशा इससे इंकार किया.