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Iran: सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी को मौत की सजा, महसा अमीनी की मौत के बाद शुरू हुए प्रदर्शनों में था शामिल

ईरान में बीते सितंबर में पुलिस हिरासत में 22 साल की महसा अमीनी की मौत के बाद से विरोध प्रदर्शन जारी हैं. इस मामले में पहली बार मौत की सजा का फरमान सुनाया गया है.

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ईरान में एंटी हिजाब प्रोटेस्ट में महसा अमीनी की तस्वीर
ईरान में एंटी हिजाब प्रोटेस्ट में महसा अमीनी की तस्वीर

ईरान की रिवोल्यूशनरी कोर्ट ने महसा अमीनी की मौत के बाद देश में शुरू हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनों में शामिल एक प्रदर्शनकारी को मौत की सजा सुनाई है. इसके अलावा पांच अन्य को पांच से दस साल कैद की सजा सुनाई गई है. सितंबर में अमीनी की मौत के बाद सरकार की जड़ें हिला देने वाले इस प्रदर्शन में शामिल किसी प्रदर्शनकारी को मौत की सजा सुनाए जाने का यह पहला मामला है. 

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ईरान की न्यायपालिका से जुड़ी न्यूज वेबसाइट मिजान के मुताबिक, सरकारी इमारत  को आग लगाने, सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित करने और राष्ट्रीय एकता के खिलाफ साजिश रचने का दोषी ठहराते हुए प्रदर्शनकारी को मौत का फरमान सुनाया गया. इसके अलावा पांच अन्य को राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के उल्लंघन का दोषी ठहराते हुए पांच से दस साल कैद की सजा सुनाई गई है. 

मिजान के मुताबिक, रिवोल्यूशनरी कोर्ट की अलग-अलग शाखाओं ने यह फैसले दिए. कहा गया है कि सभी दोषी अदालत में इसे चुनौती दे सकते हैं. न्यायपालिका ने ईरान के तीन प्रांतों में हजारों लोगों पर भी आरोप तय किए हैं. कुछ प्रदर्शनकारियों पर भगवान के खिलाफ युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया है, जिनमें मौत की सजा का प्रावधान है. 

'ये विरोध प्रदर्शन नहीं बल्कि दंगे'

ईरान में महसा अमीनी की मौत के बाद से हिजाब और सरकार के विरोध में भड़के इन प्रदर्शनों को दंगा बता रही है. इन प्रदर्शनों में अब तक दर्जनभर से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जिसमें सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं. 

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मालूम हो कि अमीनी की 16 सितंबर को पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी. पुलिस ने उसे 13 सितंबर को गिरफ्तार किया था. आरोप था कि तेहरान में अमीनी ने सही तरीके से हिजाब नहीं पहना था जबकि ईरान में हिजाब पहनना जरूरी है. अमीनी को गिरफ्तार कर पुलिस स्टेशन ले जाया गया. वहां तबीयत बिगड़ी तो अमीनी को अस्पताल ले जाया गया. तीन दिन बाद खबर आई कि उनकी मौत हो गई.

ईरान ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने महसा अमीनी की मौत के बाद शुरू हुए इन प्रदर्शनों पर हिंसक कार्रवाई की जिसमें 300 से अधिक लोगों की मौत हो गई. इनमें दर्जनभर बच्चे भी शामिल हैं. ईरान सरकार का कहना है कि इन प्रदर्शनों में 40 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हुई है.  

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