इजरायल-हमास जंग के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई का बड़ा बयान आया है. उन्होंने मुस्लिम देशों से इजरायल का बहिष्कार करने की अपील की है. अयातुल्ला खामेनेई ने कहा कि मुस्लिम सरकारें (देशों) इजरायल को भेजे जाने वाले ईंधन (तेल) समेत दूसरी जरूरी चीजों की सप्लाई को रोक दें.
अयातुल्ला खामेनेई ने ये बातें कुछ छात्रों से मुलाकात के दौरान अपने संबोधन में कहीं. ईरान के सुप्रीम नेता ने कहा, 'मुस्लिम देशों को ये नहीं भूलना चाहिए कि अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन हमेशा इस्लाम के खिलाफ खड़े हुए हैं और इन्होंने फिलिस्तीन को दबाया है. मुस्लिम दुनिया को समझना चाहिए कि ये सिर्फ इजरायल के बारे में नहीं है, बल्कि उन देशों से भी जुड़ा मसला है जिससे इजरायल के संपर्क हैं.'
ईरान के सुप्रीम लीडर ने आगे कहा, 'जीत बहुत दूर नहीं है, वह फिलिस्तीनियों की ही होगी.' अयातुल्ला खामेनेई ने ये भी कहा कि इंग्लैंड, फ्रांस, अमेरिका आदि में भी इजरायल और यूएस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए हैं.
सुप्रीम लीडर ने दावा किया कि युद्ध की वजह से पूरी दुनिया में अमेरिका और इजरायल की छवि को नुकसान पहुंचा है.
बता दें कि हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल के ऊपर हमला किया था. इस हमले में 1400 के करीब इजरायली मारे जाने का दावा है. इसके बाद इजरायल ने पलटवार किया था, जिसमें 7 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों की जाने की बात कही जा रही है.
फिलहाल इजरायल की सेना गाजा पट्टी में घुसकर हमले कर रही है. ये ऑपरेशन हमास (संगठन जिसने इजरायल में घुसकर हमला किया) को खत्म करने के लिए है. इसके अलावा इजरायल उन लोगों को भी छुड़ाना चाहता है जिनको हमास बंधक बनाकर अपने साथ गाजा ले गया है.