ईद की खुशियों के बीच ईरान पर अमेरिकी बॉम्बिंग का खतरा मंडरा रहा है. लेकिन ईरान ने साफ कर दिया है कि वो किसी अमेरिकी दबाव में नहीं झुकेगा. अमेरिकी धमकियों से निपटने के लिए तेहरान ने अपने मिसाइलों को लॉन्च मोड में तैनात कर दिया है. ईरानी न्यूज एजेंसियों ने कहा है कि ईरान ने अपने मिसाइलों को लॉन्चर पर लोड कर दिया है. इसका मतलब है कि महज एक बटन दबाने से मिसाइल लॉन्च हो सकती है.
तेहरान टाइम्स ने बताया है कि ईरान के सशस्त्र बलों ने अमेरिका से संबंधित ठिकानों पर हमला करने की क्षमता वाली मिसाइलें तैयार कर ली हैं. गौरतलब है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने धमकी दी है कि यदि तेहरान उनकी शर्तों पर नए परमाणु समझौते पर सहमत नहीं हुआ तो वह सैन्य कार्रवाई कर सकता है.
ईरान ने ऐसे किसी संकट का सामना करने के लिए 'रेडी टू लॉन्च' मिसाइलें तैयार रखी हैं. ये मिसाइलें देश भर में अंडरग्राउंड रखी गई हैं और ये मिसाइलें एयर स्ट्राइक का सामना करने के लिए डिजाइन की गई हैं.
ईरान की न्यूज एजेंसी IRNA ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ ने विरोधियों को कड़ी चेतावनी दी है कि इस्लामिक गणराज्य के खिलाफ किसी भी गलत अनुमान या आक्रामकता का जवाब शक्तिशाली और गंभीर प्रतिक्रिया के साथ दिया जाएगा.
इस्लामिक गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक संदेश में चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा, "इस्लामिक गणराज्य हमेशा से क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा का अग्रदूत रहा है."
#EXCLUSIVE
— Tehran Times (@TehranTimes79) March 30, 2025
Information received by the Tehran Times indicates that Iran's missiles are loaded onto launchers in all underground missile cities and are ready for launch.
Opening the Pandora's box will come at a heavy cost for the U.S. government and its allies. pic.twitter.com/IR6YsxclYP
बयान में आगे उन सभी विरोधियों को चेतावनी दी गई है जिन्होंने ईरान की सैन्य शक्ति का गलत अनुमान लगाया हो कि "किसी भी खतरे, आक्रामकता, युद्धोन्माद या इस्लामिक ईरान की पवित्रता के उल्लंघन का जवाब गंभीर प्रतिक्रिया, बढ़ी हुई शक्ति और आक्रामक दृष्टिकोण के साथ दिया जाएगा."
जनवरी में अपने शपथ ग्रहण के बाद से ही ट्रम्प ने बार-बार कहा है कि अगर ईरान परमाणु संधि नहीं करता है तो वह ईरान पर बमबारी करेंगे. रिपोर्ट्स बताती हैं कि अमेरिका चाहता है कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह से खत्म करे.
ईरानियों ने मौजूदा परिस्थितियों में अमेरिका के साथ बातचीत करने से इनकार कर दिया है और कहा है कि वे किसी भी आक्रमण का निर्णायक तरीके से जवाब देने के लिए तैयार हैं.
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम पर कोई समझौता नहीं करता है तो वह ईरान पर बमबारी करने पर विचार करेंगे.
एनबीसी न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा, "अगर वे कोई समझौता नहीं करते हैं, तो बमबारी होगी. यह ऐसी बमबारी होगी, जैसी उन्होंने पहले कभी नहीं देखी होगी."
ट्रंप ने यह भी चेतावनी दी कि वह ईरान पर "सेकेंडरी टैरिफ" लगाएंगे.
इस बीच, ईरान ने राष्ट्रपति ट्रंप से एक पत्र प्राप्त करने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ सीधी बातचीत करने से इनकार कर दिया. राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि देश अपने परमाणु कार्यक्रम के बारे में अमेरिका के साथ सीधे बातचीत नहीं करेगा.
राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा ईरान के सर्वोच्च नेता को भेजे गए पत्र पर ईरान की यह पहली प्रतिक्रिया थी.
ईरान ने भले ही सीधी बातचीत को खारिज कर दिया हो, लेकिन राष्ट्रपति ने अमेरिका के साथ अप्रत्यक्ष बातचीत की संभावना से इनकार नहीं किया है.
इस महीने की शुरुआत में, ट्रंप ने घोषणा की कि उन्होंने परमाणु समझौते पर बातचीत शुरू करने के प्रयास में ईरान को एक पत्र लिखा है, उम्मीद है कि ईरान बातचीत करने के लिए तैयार होगा.