व्हाइट हाउस ने कहा है कि ईरान के साथ उसके परमाणु कार्यक्रम पर जारी वार्ता में स्वाभाविक प्रगति हुई है, लेकिन कुछ बिंदुओं को अब भी सुलझाया नहीं जा सका है.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने कहा, "वार्ता में कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बन गई है और यह अच्छा संकेत है." ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में दो सप्ताह की बातचीत के बाद ईरान और विश्व की छह महाशक्तियां (ब्रिटेन, अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस एवं जर्मनी) ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर चले आ रहे दशकों पुराने गतिरोध की समाप्ति और व्यापक समझौते की ओर बढ़ रही हैं.
पहले इस वार्ता की अंतिम समय सीमा 30 जून थी, जिसे बढ़ाकर सात जुलाई कर दी गई, लेकिन दोनों पक्षों के बीच कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे अब भी अनसुलझे हैं, और बातचीत की समय सीमा एक बार फिर आगे बढ़ाई जा सकती है.
ईरान ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से लगाए गए पारंपरिक हथियारों पर प्रतिबंध सहित अपने ऊपर लगाए गए सभी प्रतिबंध हटाने पर जोर दिया है. लेकिन पश्चिमी राष्ट्र ऐसा नहीं करने पर अड़े हुए हैं और उनका कहना है कि मिसाइलों के जरिए परमाणु मुखास्त्रों की आपूर्ति की जा सकती है.
अर्नेस्ट के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपनी टीम को निर्देश दिया है कि जब तक वार्ता सार्थक है, बातचीत लगातार जारी रखें और इसमें सक्रिय रूप से भाग लें.
- इनपुट IANS