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ईरान में रिवोल्यूशनरी गार्ड ने अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया

अमेरिका और ईरान के रिश्तों में तल्खी बढ़ सकती है. ईरान के समाचार एजेंसी के मुताबिक, रिवोल्यूशनरी गार्ड ने अमेरिकी ड्रोन को गोली मारकर गिरा दिया है. हालांकि, इस घटना पर अमेरिकी सेना ने तुरंत कोई भी प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया है.

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ड्रोन पर हवाई हमला (फाइल फोटो)
ड्रोन पर हवाई हमला (फाइल फोटो)

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अमेरिका और ईरान के रिश्तों में तल्खी बढ़ सकती है. ईरान के समाचार एजेंसी के मुताबिक, रिवोल्यूशनरी गार्ड ने अमेरिकी ड्रोन को गोली मारकर गिरा दिया है. हालांकि, इस घटना पर अमेरिकी सेना ने तुरंत कोई भी प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया है.

एमाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, आरक्यू-4 ग्लोबल हॉक ड्रोन को मार गिराया. इससे पहले अमेरिकी सेना ने ओमान की खाड़ी में 13 जून को तेल के दो टैंकरों पर हमले के लिए ईरान पर आरोप लगाया. हालांकि ईरान ने इन आरोपों को खारिज कर दिया.

तेहरान से नया समझौता चाहता है वॉशिंगटन

गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल मई में परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग कर दिया था और ईरान पर ऊर्जा और आर्थिक प्रतिबंध दोबारा लगा दिए थे. इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया. वहीं बीते बुधवार को अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि ब्रायन हुक ने कहा कि मध्य पूर्व में अमेरिका द्वारा उठाए गए हालिया कदम को रक्षात्मक बताते हुए दोहराया कि वॉशिंगटन तेहरान के साथ व्यापक और स्थाई समझौता चाहता है.

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समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, हुक ने संसद में सुनवाई के दौरान कहा, किसी को भी शांति के लिए हमारी इच्छा या रिश्तों को सामान्य करने के लिए हमारी तत्परता पर संशय नहीं करना चाहिए. हुक ने विदेशी मामलों की हाउस कमेटी को बताया कि ईरान के खिलाफ चल रहा दवाब अभियान प्रभावी रहा है, जिसका उद्देश्य ईरान का राजस्व खत्म करना और उसे बातचीत के लिए मजबूर करना है.

ईरान के खतरों के बहाने अमेरिका ने पिछले कुछ सप्ताहों में क्षेत्र में भारी मात्रा में सेना तैनात कर दी है. पेंटागन ने सोमवार को मध्य एशिया में 1,000 अन्य सैनिकों को तैनात करने की घोषणा की थी. वॉशिंगटन और तेहरान के बीच तनाव पिछले सप्ताह ओमान की खाड़ी में तेल के दो टैंकरों पर हमले होने और ईरान की 2015 परमाणु समझौते को ना मानने की धमकी देने के बाद बढ़ गया.

किसी देश से युद्ध नहीं चाहता ईरान: रूहानी

वहीं, अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव पर ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने एक बार फिर कहा कि उनका देश किसी देश से युद्ध नहीं चाहता. उन्होंने हालांकि जोर देकर कहा कि अपने खिलाफ होने वाले वाली किसी भी युद्ध में अंत में ईरान ही जीतेगा. रूहानी ने कहा, 'हम किसी देश के साथ युद्ध नहीं छेड़ेंगे, जो हमारे सामने हैं वे कम अनुभव वाले राजनीतिज्ञों का एक समूह है.' ईरान के राष्ट्रपति ने कहा, 'क्षेत्र में अमेरिका की सभी कोशिशों, दुनियाभर से हमारे समझौते तोड़ने की उसकी मंशा और दुनियाभर में ईरान को अलग करने की इच्छा के बावजूद वे असफल रहे हैं.'

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प्रेस टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, रूहानी का यह बयान अमेरिकी रक्षा सचिव पैट्रिक शैनाहन द्वारा मध्य पूर्व में 1,000 और सैनिकों को तैनात करने की घोषणा के अगले दिन आया था.

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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