विश्व शक्तियां ईरान के साथ उसके परमाणु कार्यक्रम पर एक समझौते पर पहुंच गईं हैं. विश्व शक्तियों की ओर से प्रमुख वार्ताकार कैथरीन एश्टन और ईरान के विदेश मंत्री ने यह बात कही.
गौरतलब है कि पिछले 10 सालों में ईरान को परमाणु कार्यक्रम छोड़ने के लिए तैयार करने के बहुत से राजनयिक प्रयास हुए, लेकिन वे विफल रहे. तेहरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है, लेकिन पश्चिमी देशों को इसके परमाणु हथियारों पर केंद्रित होने का संदेह है.
एश्टन के प्रवक्ता माइकल मान ने हालांकि कोई ब्यौरा नहीं दिया, लेकिन ट्विट पर उनके हवाले से कहा, 'हम ई 3 प्लस 3 और ईरान के बीच समझौते पर पहुंच गए हैं.' ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने ट्वीट किया, 'हम एक समझौते पर पहुंच गए हैं.'
जिनेवा में ईरान, अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के बीच एश्टन की अध्यक्षता में चार दिन से ज्यादा चली वार्ता के बाद यह घोषणा आई है. एश्टन यूरोपीय संघ की शीर्ष राजनयिक हैं.
अगस्त में हसन रूहानी के ईरान का राष्ट्रपति बनने के बाद जिनेवा में यह तीसरी बैठक थी. उदारवादी नेता ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर एक दशक से चले आ रहे गतिरोध को खत्म करने की उम्मीदें जगाई हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी सहित छह शक्तियों के विदेश मंत्री चर्चा में अच्छी प्रगति के बाद दो हफ्ते में दूसरी बार शनिवार की सुबह जिनेवा में जुटे थे.