ईरान और अमेरिका के बीच बढ़े तनातनी और युद्ध के बढ़ते आसार के बीच राजधानी तेहरान में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास उड़ान भरने के बाद एक बोइंग विमान क्रैश हो गया जिसमें 170 यात्री सवार थे, अभी इस घटना की पूरी जानकारी मिली भी नहीं थी, कि अब बुशहर के न्यूक्लियर पावर प्लांट के पास भूकंप के झटके महसूस किए गए.
ईरान की राजधानी तेहरान स्थित इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक बोइंग 737 विमान क्रैश हो गया. यह विमान यूक्रेन का था और इसमें सवार 170 यात्री मारे गए. बताया जा रहा है कि फ्लाइट नंबर पीएस 752 विमान जिस समय हादसे का शिकार हुआ उस समय वह 7900 फीट की ऊंचाई पर था.
No survivors on Ukrainian jetliner that crashed shortly after takeoff from Tehran's main airport with at least 170 people on board: AP quoting Iranian officials https://t.co/vKAjyB6FVt
— ANI (@ANI) January 8, 2020
ईरान के रेड क्रिसेंट की ओर से कहा गया है कि तेहरान से उड़ान भरने के बाद बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए एक यूक्रेनी यात्री विमान में सवार सभी 170 लोग मारे गए हैं.
अर्ध-सरकारी समाचार एजेंसी ISNA से संबंधित रेड क्रिसेंट के प्रमुख ने बताया कि स्पष्ट रूप से यह असंभव है कि PS-752 में सवार यात्री जीवित बच जाए. विमान में सवार सभी 170 यात्री और चालक दल सवार मारे गए हैं. यूक्रेन के विदेश मंत्री ने हादसे में सभी 170 यात्रियों के मारे जाने की पुष्टि की है.
ईरान में विमान हादसे के बाद का मलबा (GETTYIMAGES)
हादसे के बाद भूकंप
विमान हादसे की दर्दनाक घटना के बाद थोड़ी ही देर बाद ईरान के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र के बुशहर स्थित न्यूक्लियर पावर प्लांट के पास भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. भूकंप की तीव्रता 4.9 मापी गई. बुशहर स्थित न्यूक्लियर पावर प्लांट कुवैत के नजदीक है और वहां पर पिछले महीने 26 दिसंबर को भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.
बुशहर के पास भूकंप के झटके महसूस किए गए
बोइंग विमान क्रैश होने के बारे में ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी ISNA ने बताया कि बोइंग 737 जेट एक तकनीकी समस्या के कारण टेक ऑफ करने के तुरंत बाद तेहरान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यूक्रेन जा रहे इस विमान में 180 यात्रियों और चालक दल से सदस्य सवार थे.
(तेहरान के पास बोइंग विमान क्रैश होने से पहले 7900 फीट की ऊंचाई पर था)
बेहद तनावपूर्ण हालात
विमान हादसा से पहले ईरान का अमेरिका के साथ संबंध बेहद तनावपूर्ण हो गए थे. पिछले लंबे समय से दोनों के बीच तनातनी जारी है और पिछले कुछ दिनों से दोनों देशों के बीच जंग की आशंका के बीच इराक स्थित अमेरिकी सेना के ठिकानों पर हमला हुआ है. सैन्य ठिकानों पर ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइल से हमला बोला.
खबरों के मुताबिक इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर दर्जन भर से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गई हैं. पेंटागन का कहना है कि हमले से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है. ये हमले अल असद और इरबिल के दो सैन्य ठिकानों पर हुए हैं.
अमेरिका और ईरान के बीच तनातनी शुक्रवार को उस समय तेज हो गई थी, जब अमेरिका ने बगदाद में ड्रोन हमला कर ईरान के कुद्स कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया था. इसके बाद ईरान और अमेरिका के बीच तनातनी काफी बढ़ गई थी.