अमेरिका और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि उनके राष्ट्रपति रहते ईरान कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं कर पाएगा. अब दोनों देशों की मौजूदा स्थिति पर पेंटागन चीफ का बयान भी सामने आया है, उन्होंने इस बात में हामी भरी है कि ईरान-अमेरिका के संबंधों में अवरोध चरम पर है और बात काफी बढ़ चुकी है.
अमेरिका के डिफेंस सेक्रेटरी (रक्षा मंत्री) मार्क एस्पर ने बुधवार को बयान दिया कि दिसंबर के बाद से अभी तक दोनों देशों के बीच अवरोध बढ़ा है. लेकिन अब वक्त बताएगा कि आगे क्या होगा.
एस्पर का ये बयान तब आया है, जब ईरान की ओर से इराक के बगदाद में मौजूद एयरबेस पर हमला किया गया था. हालांकि, अमेरिका ने दावा किया है कि इस हमले में उसका कोई भी जवान घायल नहीं हुआ है.
पेंटागन ने कहा है कि उन्होंने अपना ‘वॉर्निंग सिस्टम’ शुरू किया हुआ था, जिसकी वजह से उन्हें मिसाइल के बारे में पता लग गया था. इसी की मदद से एयरबेस से सभी जवानों को निकाल लिया गया था.
ज्वाइंट चीफ चेयरमैन जनरल मार्क मिली ने ऐसे किसी अंदेशे को गलत बताया है जिसमें ये साबित किया गया हो कि इस हमले का मकसद किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था. मिली ने बयान दिया कि ये साफ दिख रहा है कि ईरान की कोशिश हमारे लोगों को नुकसान पहुंचाने की थी.
गौरतलब है कि अमेरिका ने एक एयरस्ट्राइक में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी और उसके साथियों को मार गिराया था, उसी के बाद दोनों देशों के संबंध बिगड़ गए हैं. ईरान ने बगदाद में मौजूद US के एयरबेस पर हमला किया.
इस बीच बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश को संबोधित किया और ऐलान किया कि जबतक वो हैं तबतक ईरान परमाणु हथियार हासिल नहीं कर पाएगा. इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप ने ये भी कहा कि वह ईरान में शांति चाहते हैं, लेकिन अगर कोई हमारे नागरिकों को नुकसान पहुंचाएगा तो वह किसी को नहीं छोड़ेंगे.