इजरायल और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. बीते हफ्ते सीरिया में ईरानी कॉन्सुलेट पर हुए हमले के बाद से ये तनाव और बढ़ गया है. इस बीच ईरान ने धमकी दी है कि अब इजरायल की कोई एंबेसी सेफ नहीं है.
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई के मिलिट्री एडवाइजर जनरल राहीम सफवी ने कहा, 'इजरायल का कोई भी दूतावास अब सुरक्षित नहीं है.'
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि इजरायल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, 'जो कोई भी हमें नुकसान पहुंचाएगा या नुकसान पहुंचाने की प्लानिंग करेगा, हम उसे भी नुकसान पहुंचाएंगे.'
सीरिया की राजधानी दमिश्क में कॉन्सुलेट पर हुए हमले के बाद से ईरान भड़का हुआ है. इस हमले में ईरान के दो जनरल भी मारे गए थे. ईरान ने इस हमले के लिए इजरायल पर आरोप लगाया है.
ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड (IRGC) के मुताबिक, इस हमले में जनरल मोहम्मद रेजा जाहेदी की मौत हो गई थी. जाहेदी IRGC की 'कुद्स फोर्स' के अहम व्यक्ति थे. उन्होंने 2016 तक लेबनान और सीरिया में कुद्स फोर्स को लीड किया था. उनके अलावा इस हमले में जनरल मोहम्मद हादी हजरियाहिमी और पांच अन्य अफसर भी मारे गए थे.
इस हमले के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने कहा था कि इस हमले का ऐसा जवाब दिया जाएगा कि उन्हें अपने किए पर पछतावा होगा.
ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियान ने कहा था कि ये अंतर्राष्ट्रीय समझौतों और डिप्लोमैटिक नॉर्म्स का उल्लंघन है. गाजा में नाकाम होने के कारण इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने भी कहा था कि ईरान चुप नहीं बैठेगा.
हालांकि, इजरायल ने अब तक इस हमले पर कुछ नहीं कहा है. लेकिन इसके बाद से ही ईरान और इजरायल के बीच भी जंग का खतरा बढ़ गया है.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, ईरान के संभावित हमले को देखते हुए इजरायल ने सभी सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं. इसके अलावा इजरायल ने कई अहम इलाकों पर जीपीएस भी ब्लॉक कर दिया है. जीपीएस ब्लॉक होने से मिसाइलें और ड्रोन भटक जाती हैं.