इराक के कई प्रांतों में इराकी सुरक्षा बलों और सुन्नी आतंकवादी समूहों के बीच घमासान जारी है. मंगलवार को संघर्ष में कम से कम 64 आतंकवादी मारे गए और यहां तक कि संघर्ष वाले क्षेत्रों से 17 और भारतीयों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
प्रधानमंत्री नूरी अल-मलिकी के सुरक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल कासिम अत्ता ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सलाहुद्दीन प्रांत में सुरक्षा बलों ने हवाई मदद से दर्जनों आतंकवादियों द्वारा किए गए कई हमलों का मुकाबला किया, जो राजधानी बगदाद से उत्तर कोई 200 किलोमीटर पर बैजी शहर के पास स्थित तेल रिफाइनरी पर नियंत्रण करने की कोशिश में थे. अत्ता ने कहा, 'बैजी रिफाइनरी इराकी सुरक्षा बलों के पूर्ण नियंत्रण में है.' एक प्रांतीय सुरक्षा सूत्र ने कहा कि दिन में रिफाइनरी के चारों ओर और बैजी शहर में आतंकवादियों की चौकियों पर किए गए हवाई हमले में 17 व्यक्ति मारे गए हैं. रिफाइनरी पर किसका नियंत्रण है, इस बारे में परस्पर विरोधी खबरें आ रही हैं.
प्रांतीय पुलिस सूत्र और मीडिया रपटों में कहा गया है कि आतंकवादियों ने रात को रिफाइनरी पर कब्जा कर लिया. इसके पहले सैनिकों के साथ उनका एक समझौता हुआ, जिसके तहत उन्हें शांतिपूर्वक निहत्थे होकर अपनी चौकियों से जाने की अनुमति दी गई. लेकिन अत्ता ने ऐसी खबरों का खंडन किया और इस बात की पुष्टि की कि रिफाइनरी सुरक्षा बलों के पूर्ण नियंत्रण में है. इससे पहले इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड ग्रेटर सीरिया (आईएसआईएस) से जुड़े आतंकवादी बैजी शहर के साथ ही साथ सुन्नी बहुल सलाहुद्दीन प्रांत और उसकी राजधानी तिकरित पर छा गए थे. तिकरित देश की राजधानी बगदाद से 170 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. अत्ता ने कहा कि इराक के पूर्वी दियाला प्रांत में उधीम शहर में और उसके आसपास लड़ाई जारी है.
सैनिकों ने शहर में तीन ओर से सुन्नी आतंकवादियों की चौकियों पर कई हमले किए, जिसमें 21 आतंकवादी मारे गए. अत्ता ने कहा कि अनबर प्रांत में सुरक्षा बलों ने सकलावियाह शहर में आतंकवादी समूहों पर हमले किए, और 24 लड़ाकों को मार गिराया और उनके छह वाहन नष्ट कर दिए. यह स्थान आतंकवादियों के कब्जे वाले फलूजा शहर के उत्तर स्थित है. इस बीच अत्ता ने पुष्टि की कि सीमा रक्षक और अन्य सुरक्षा बल अभी भी जॉर्डन के साथ लगे तरीबिल पारगमन बिंदु और सीरिया से लगे अल-वालिद पारगमन बिंदु पर अभी घेरेबंदी किए हुए हैं. उन्होंने कहा कि दो सीमाई पारगमन बिंदु अभी भी आतंकवादियों के कब्जे में हैं. शुक्रवार को आतंकवादियों ने बगदाद से कोई 330 किलोमीटर दूर अल-काइम शहर के समीप सीरिया की सीमा पर स्थित पारगमन चौकियों पर नियंत्रण कर लिया था और सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष के बाद कई चौकियों को भी कब्जे में ले लिया था.
इधर, नई दिल्ली में भारत सरकार ने मंगलवार को बताया कि इराक के संकटग्रस्त इलाकों से 17 और भारतीयों को निकाल लिया गया है. विदेश मंत्रालय ने कहा है, 'इराकी अधिकारियों की मदद से हम 17 और भारतीयों को संषर्घ वाले इलाकों से खाली कराने में कामयाब रहे हैं. वे अभी बगदाद में हैं और जल्दी ही लौटेंगे.' मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि मोसुल में अपहृत 39 भारतीयों को किसी किस्म की यातना नहीं दी गई है और उन्हें कोई चोट या नुकसान नहीं पहुंचाया गया है. उन्होंने कहा कि तिकरित में 46 भारतीय नर्से भी सुरक्षित हैं. सरकार ने सोमवार को कहा था कि 120 भारतीय इराक के संघर्ष वाले इलाके में फंसे हुए हैं. सुन्नी आतंकवादियों ने संकट वाले इलाकों में इराकी सरकार के खिलाफ तीव्र बढ़त ले ली है.