इराक के तिकरित में भारतीय नर्सों के अस्पताल के पास शनिवार को एक और बम धमाका हुआ है. अस्पताल में 46 भारतीय नर्स फंसी हुई हैं. इसी के साथ बीते दो दिनों में अस्पताल कैंपस और आस-पास तीन बम धमाके हो चुके हैं. धमाकों के कारण नर्सों में डर का माहौल बना हुआ है. वे इराक और भारतीय प्रशासन से मदद की गुहार लगा रही हैं. नर्सों ने भारत में अपने परिवार को कई बार फोन किया है और कहा कि उनकी आस अब दम तोड़ने लगी है.
जानकारी के मुताबिक, तिरकित में हुए इस ताजा धमाके के बाद अस्पताल की सभी 46 नर्सें सुबह 3:40 बजे से जगी हुई हैं और ईश्वर से सलामती की प्रार्थना कर रही हैं. जिस तरह बीते कुछ दिनों में बम धमाकों की घटना में वृद्धि हुई है, नर्सों में डर बढ़ता जा रहा है. नर्सों के परिजनों ने सरकार से सवाल किया है कि वह नर्सों की सलामती के लिए कौन से कदम उठा रही है, वहीं नर्सों ने सवाल किया है, 'अगर यह आपातकालीन निकास का समय नहीं है तो फिर वह कब है!'
इराक में फंसी भारतीय नर्स मेरिना के पिता पीए जोस कहते हैं, 'मैं सरकार से अपील करता हूं कि उन्हें सुरक्षित वापस लाया जाए. वहां हर दिन धमाके हो रहे हैं. यहां तक कि अस्पताल में भी धमाके हो रहे हैं.'