इराक की राजधानी बगदाद और उसके आसपास के क्षेत्रों में रविवार को कुछ मिनटों के अंतराल पर सिलसिलेवार बम विस्फोट हुए जिनमें कम से कम 37 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए. मारे गए लोगों में ज्यादातर का ताल्लुक शिया समुदाय से है.
हमले इराक में बढ़ रहे जातीय तनाव के बीच हुए हैं. विस्फोट अधिकतर बाहरी बाजारों में स्थानीय कार्य सप्ताह शुरू होने के दिन हुए. विस्फोट के मकसद संभवत: उन निवासियों को निशाना बनाना था जो सुबह के समय बाजार जाते हैं.
साल 2006 और 2007 में हुई जातीय हिंसा के चरम पर रहने के बाद इराक में हिंसा का ग्राफ तेजी से नीचे चला गया था, लेकिन आतंकवादी सुरक्षा बलों को निशाना बनाते रहे हैं. इस महीने यह तीसरा मौका है जब एक दिन के हमलों में 20 से अधिक लोग मारे गए हैं.
रविवार सुबह विस्फोट की शुरुआत शिया बहुल सद्र शहर में विस्फोटकों से भरी कार में ब्लास्ट से हुई. इसके बाद पास के क्षेत्र में दो अन्य खड़ी कारों में विस्फोट हुआ. अन्य विस्फोट बगदाद के पास स्थित अलअमीन के बाजार हुसैनिया और बगदाद के पूर्वी उपनगर कमालिया में हुए. हमलों की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन पूर्व में ऐसे हमले अलकायदा की स्थानीय शाखा से जुड़े आतंकवादियों द्वारा किये गए हैं.
‘इस्लामी स्टेट ऑफ इराक’ ऐसे व्यापक समन्वित हमलों का समर्थन करता हैं. यह समूह कई बार शिया समुदाय के लोगों को निशाना बना चुका है. पुलिस और अस्पताल के अधिकारियों ने मृतकों की संख्या कम से कम 37 बताई है. उन्होंने कहा कि विस्फोटों में 100 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं.