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यूरोप में 'डर्टी बम' हमला करने की फिराक में ISIS, थिंक टैंक ने दी वॉर्निंग

ISIS ने पहले ही सीरिया में कई केमिकल अटैक किए हैं. थिंक टैंक का कहना है कि अब यह आतंकी संगठन यूरोप में न्यूक्लियर हमला करेगा. थिंक-टैंक का कहना है कि न्यूक्लियर रिसर्च सेंटर्स की खराब सुरक्षा व्यवस्था की वजह से ISIS का न्यूक्लियर तक पहुंचना आसान हो गया है.

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थिंक टैंक में रूस-पश्चिमी देशों के विशेषज्ञ शामिल
थिंक टैंक में रूस-पश्चिमी देशों के विशेषज्ञ शामिल

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इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) यूरोप पर न्यूक्लियर अटैक करने की फिराक में है. एक अंतरराष्ट्रीय थिंक टैंक ने दावा किया है कि ISIS लगातार ऐसे हथियार पाने की जुगत में लगा है जिससे एक साथ बहुत से लोगों को मारा जा सके.

ISIS ने पहले ही सीरिया में कई केमिकल अटैक किए हैं. थिंक टैंक का कहना है कि अब यह आतंकी संगठन यूरोप में न्यूक्लियर हमला करेगा. थिंक-टैंक का कहना है कि न्यूक्लियर रिसर्च सेंटर्स की खराब सुरक्षा व्यवस्था की वजह से ISIS का न्यूक्लियर तक पहुंचना आसान हो गया है.

थिंक टैंक में रूस और पश्चिमी देशों के पूर्व मंत्री और उच्च अधिकारी भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि ISIS के जिहादी फ्रांस में इस साल होने वाले यूरो फुटबॉल चैंपियनशिप के दौरान हमले कर सकते हैं.

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इससे पहले व्हाइट हाउस ने भी चेतावनी दी थी कि दुनिया भर में सिविलियन और मिलिट्री प्रोग्राम्स में करीब 2000 मीट्रिक टन यूरेनियम और प्लूटोनियम का इस्तेमाल हो रहा है. अगर इसे चुरा लिया गया तो यह न्यूक्लियर बम बन सकता है.

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