इस्लामाबाद के इंस्पेक्टर जर्नल (आईजी) ने खुलासा किया है कि पिछले दिनों इस्लामाबाद में सरेआम गोलीबारी करने वाले सिकंदर हयात ने पीओके में आतंकवादी ट्रेनिंग ली है और वह एक प्रतिबंधित संगठन से जुड़ा हुआ है. उन्होंने बताया कि सिकंदर दुबई में उस संगठन के लिए फंड जुटाने का काम भी करता था.
इस्लामाबाद में सिरफिरे बंदूकधारी ने की फायरिंग, 7 घंटे चला तमाशा
एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आईजी ने बताया कि इस्लामाबाद में गोलीबारी करने वाले इस सिकंदर को 1998 में दुबई पुलिस ने फंड जुटाने के दौरान गिरफ्तार किया था और उसे तीन महीने के लिए जेल भेज दिया गया था. उसे 2001 में एक बार फिर से पकड़ा गया था और यूएई ने उसे डिपोर्ट कर दिया था. उन्होंने बताया, हालांकि उसने नए नाम और अपने लुक में बदलाव करके एक बार फिर से पासपोर्ट बना लिया और 2010 में वह पाकिस्तान लौट आया था.
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पुलिस आईजी के अनुसार सिकंदर ने 1996 में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ट्रेनिंग भी ली थी. उन्होंने बताया कि वह अपनी मांगे पूरी करने के लिए संसद भवन को बंधक बनाना चाहता था. उन्होंने कहा कि पुलिस अब भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस बंदूकधारी के पीछे किसका हाथ है.
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई उस घटना के समय मीडिया काफी समय तक वहीं जमा रहा था, मीडिया को इस तरह की घटनाओं की रिपोर्टिंग के समय की कोड ऑफ कंडक्ट का पालन करना चाहिए.