बर्लिन में ट्रक से हुए हमले की आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने जिम्मेदारी ली है. जर्मनी की राजधानी बर्लिन के एक भीड़भाड़ वाले क्रिसमस मार्केट में सोमवार रात एक बेकाबू ट्रक लोगों को रौंदता हुआ घुस गया था. इस घटना में कम से कम 12 लोगों लोग मारे गए और 48 लोग घायल हो गए हैं.
इस्लामिक स्टेट की समाचार एजेंसी एमएएक्यू ने कहा, ' बर्लिन में अभियान को अंजाम देने वाला इस्लामिक स्टेट का सिपाही है और इस्लामिक गठबंधन के देशों के नागरिकों को निशाना बनाने के जवाब में यह कार्रवाई की गई है.' जर्मन पुलिस ने क्रिसमस से ठीक पहले हुई इस घटना के आतंकी हमला होने की आशंका से इनकार नहीं किया है. सेंट्रल बर्लिन स्थित यह इलाका पर्यटकों के बीच खासा मशहूर है.
पाकिस्तान का है संदिग्ध !
जर्मन मीडिया ने 23 वर्ष के एक ऐसे युवक को हमले का संदिग्ध बताया है जो पाकिस्तान का है और जिसने जर्मनी में शरण मांगी थी. इस व्यक्ति का नाम नावेद बी है और यह एक पाकिस्तानी नागरिक है, लेकिन जर्मन पुलिस ने मंगलवार को कहा कि हमले के बाद गिरफ्तार किए गए पाकिस्तानी संदिग्ध की हमले में कोई संलिप्तता नहीं है. द गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रेतशिप्लात्ज में सोमवार रात को हमले के तुरंत बाद बर्लिन पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वह पाकिस्तान से है और फरवरी में ही जर्मनी आया था. पुलिस का कहना है कि इस संदिग्ध नावेद बी (23) का नाम टेमेल्हफ हवाईअड्डे के शरणार्थी केंद्र में दर्ज था और उसके कई पहचान पत्र थे. पुलिस उसे छोटे-मोटे अपराधों के मामले में जानती थी, लेकिन उसका आतंकवादियों से संपर्क नहीं था. पुलिस इस हमले की आतंकवाद के दृष्टिकोण से जांच कर रही है. संदिग्ध नावेद को हमले वाली जगह से दो किलोमीटर दूर पकड़ा गया है. बर्लिन के पब्लिक रेडियो स्टेशन आरबीबी-इन्फोरेडियो की ओर से बताया गया है कि एक पाकिस्तानी नागरिक जो कि 31 दिसंबर 2015 को जर्मनी आया था, वह हमले का संदिग्ध है. इस हमले ने फ्रांस के नीस में जुलाई महीने में हुए हमले की याद ताजा कर दी, जिसमें 86 लोगों को इस्लामिक स्टेट (आईएस) के एक समर्थक ने ट्रक से कुचलकर मार डाला था.