आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने कुर्दिश शहर कोबेन पर हमला करके 146 आम नागरिकों की हत्या कर दी. एक निगरानी संस्था ने इस हमले को सीरिया में जेहादियों के सबसे जघन्य नरसंहारों में से एक बताया.
25 घंटे में सैंकड़ों हत्याएं
ज्यादातर कोबेन शहर के अंदर ही हुई हत्याओं को हाल के सप्ताह में कुर्दिश मिलिशिया द्वारा जेहादियों को मिल रही कड़ी चुनौती के बदले के रूप में देखा जा रहा है. सीरियन आब्जर्वेटरी फार ह्यूमन राइट्स ने कहा कि कोबेन में 25 घंटे के हमले में कम से कम 120 आम नागरिकों की मौत हुई जबकि पास के एक गांव में 26 अन्य लोगों की हत्या की गई.
एक दिन पहले शुरू हुआ हमला
यह हमला गुरुवार को शुरू हुआ जब आईएस के तीन आत्मघाती हमलावरों ने कुर्दिश विरोध के प्रतीक के रूप में उभरे शहर के प्रवेश द्वार पर अपने वाहनों को बम से उड़ा लिया. संस्था ने कहा कि मारे गये लोगों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं और उनके शव उनके घरों तथा सड़कों पर मिले.
संस्था के निदेशक रामी अब्देल रहमान ने कहा कि मेडिकल सूत्रों और कोबेन के निवासियों के अनुसार, आईएस ने 120 आम नागरिकों की हत्या या तो उनके घरों में घुसकर की या संगठन के राकेट तथा स्निपर के हमलों में उनकी मौत हुई. उन्होंने कहा कि जेहादियों ने शहर में घुसकर दक्षिणपूर्व और दक्षिणपश्चिम प्रवेशों के निकट स्थित इमारतों में जगह ले ली और क्षेत्र से गुजरने वालों पर गोलियां चलाईं.
कस्बे पर नियंत्रण नहीं चाहता था आईएस
स्थानीय पत्रकार मुस्तफा अली ने कहा कि आईएस कस्बे पर नियंत्रण हासिल नहीं करना चाहता. वे केवल जघन्यतम तरीके से ज्यादा से ज्यादा आम लोगों की हत्या करने आए थे. कुर्दिश कार्यकर्ता आरिन शेखमोस ने कहा कि गुरूवार को कोबेन के हर परिवार ने एक परिजन खोया. अली ने कहा कि जेहादी गुरुवार को कुर्दिश पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स के लडाके बताकर कोबेन में घुसे और उन्होंने आम लोगों को मानव कवच बनाकर इमारतों में जगह ली. अली ने कहा कि आईएस ने इन क्षेत्रों में कम से कम 70 लोगों को बंधक बनाया.
-इनपुट भाषा से