आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) छोड़कर भारत लौट चुके अरीब माजिद ने नया खुलासा किया है. अरीब ने नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को बताया है कि आईएस लड़ाके पुरुषों और महिलाओं के साथ सेक्स गुलाम की तरह व्यवहार करते थे.
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, अरीब ने आईएस छोड़ने की वजह बताते हुए कहा, 'आईएस लड़ाके भारतीयों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करते थे. आतंकी संगठन ने भारतीयों को आईएस की बाकी गतिविधियों से साइडलाइन किया हुआ था.
अरीब ने अपने बयान में कहा, 'महिलाओं को आईएस लड़ाके सेक्स ऑपजेक्ट की तरह इस्तेमाल करते थे. ये सब मुझे सही नहीं लगा और मैंने आईएस छोड़ने का फैसला किया.' एनआईए की ओर से दाखिल 8000 पेज की चार्जशीट में इस बयान का जिक्र है. ये चार्जशीट अरीब समेत 4 लोगों के खिलाफ है, जिसमें अरीब के 3 दोस्त अब भी वांटेड हैं. अरीब पर इंडियन पेनल कोर्ट की धारा 125 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
याद रहे कि
मई 2014 में मुंबई कल्याण के 4 युवक अरीब माजिद , फहाद शेख, अमान
टंडेल और शहीम टंकी ने इराक और सीरिया में आईएस की ओर से शुरू की
लड़ाई में शामिल होने के लिए घर छोड़ दिया था. नवंबर 2014 में भारत लौटने के बाद एनआईए ने पूछताछ के बाद अरीब को गिरफ्तार कर लिया था.