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Israel Hamas War: हमास के 'सुरंग जाल' को तबाह कर देगी इजरायल की ये स्पेशल फोर्स! जानिए खासियत

गाजा में आतंकी संगठन हमास ने जिन सुरंगों को अपनी सुरक्षा के लिए बनाया हुआ है, इजरायली सेना की स्पेशल यूनिट 'यहालोम' उन्हें अब जल्द खत्म करने की तैयारी में है. इजरायल की यह यूनिट बेहद खतरनाक है, जो आसानी से सुरंगों का पता लगाकर और उन्हें क्लियर कर नष्ट करने में सक्षम है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

इजरायल और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के बीच जारी जंग में अभी तक 3800 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. दोनों ही पक्ष फिलहाल रुकने के मूड में नहीं हैं. युद्ध को 9 दिनों से ज्यादा का समय बीत चुका है. गाजा पट्टी करीब-करीब तबाह हो चुका है. आलम यह है कि गाजा पट्टी में रहने वालों को ये भी नहीं पता कि अगले पल वह जिंदा रहेंगे भी या नहीं.

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हालांकि, हमास पर हमला करना इजरायल के लिए आसान नहीं है. उसका कारण है हमास का गाजा में बना 2500 से ज्यादा सुरंगों को मजबूत नेटवर्क. इन्हीं सुरंगों की मदद से हमास ने इजरायली सेना की नाक में दम किया हुआ है.

हमास की यह सुरंगे गाजा की घनी आबादी वाले क्षेत्रों में फैली हैं, जहां इजरायली हमलों की संभावना कम ही रहती है, जिस वजह से सुरंगों का पता लगा पाना भी मुश्किल हो जाता है.

हालांकि, इजरायल भी हार नहीं मान रहा है. इजरायल की सेना ताकत और तकनीक का गठजोड़ है. इजरायली सेना की स्पेशल फोर्स यूनिट जिसे 'यहालोम' कहा जाता है, हमास की इन सुरंगों को खत्म करने के लिए बनाई गई है. यह स्पेशल फोर्स सुरंगों का पता लगाने और उन्हें क्लियर कर नष्ट करने में महारत रखती है.

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क्यों खास है इजरायली सेना की 'यहालोम' यूनिट

इजरायली सेना की यूनिट यहालोम किसी आम यूनिट की तरह नहीं है. इस फोर्स को खास तरह से ट्रेनिंग दी जाती है, जिससे यह ऐसी जगहों पर लड़ाई झेल सके, जो सामान्य से बिल्कुल अलग हों. जैसे अंडरग्राउंड और छिपी हुई सुरंगें, जिनका इस्तेमाल हमास अपने बचाव के लिए करता आ रहा है. 

वहीं, इजरायली सेना की इस स्पेशल फोर्स यूनिट को खतरनाक गोला-बारूद और हथियारों से निपटने में महारत हासिल है. साथ ही आईडीएफ की इकाइयों की भी कई तरह से सहायता करती है. इस यूनिट का नेतृत्व इजरायली सेना के कर्नल रैंक का एक अधिकारी करता है.

इजरायली सेना की यहालोम यूनिट ने हमास के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन प्रोटेक्टिव एज में काफी अहम भूमिका निभाई थी. इसमें हमास की सुरंगों को तबाह करते हुए इजरायल की सेना की रक्षा करना भी शामिल है. 

इजरायली सेना की इस खतरनाक यूनिट की भूमिका में विशेष तोड़फोड़ मिशन, इमारतों को ध्वस्त करना और विस्फोट करना, दुश्मन के बुनियादी ढांचे में तोड़फोड़ करना, विस्फोटकों को संभालना, विस्फोटक उपकरणों और बमों को तैयार करना, दुश्मन के विस्फोटक उपकरणों को निष्क्रिय करना, जटिल बारूदी सुरंगों को साफ करना, आतंकी सुरंगों का पता लगाना और उन्हें नष्ट करना शामिल है. कभी-कभी, यह यूनिट रोबोट और कई रिमोट नियंत्रित उपकरणों का उपयोग करती है.

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500 किलोमीटर तक फैला है हमास की सुरंगों का अंडरग्राउंड नेटवर्क

फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास का दावा है कि अंडरग्राउंड सुरंगों का उसका यह नेटवर्क करीब 500 किलोमीटर तक में फैला हुआ है. जिसके एक्सेस पॉइंट कुछ इमारतों तो कई स्कूलों और मस्जिदों में भी हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो 7 अक्टूबर को हमास ने जब इजरायल पर हमला किया तो इन्हें सुरंगों का इस्तेमाल किया गया था. 

इजरायली सेना के लिए इन सुरंगों का पता लगाना इसलिए भी आसान नहीं है, क्योंकि यह गाजा के घनी आबादी वाले इलाकों के नीचे भी बनी हुई हैं. वह इलाके इतने आबादी वाले हैं कि इजरायली फोर्स के लिए वहां अटैक करना आसान नहीं है. इसी बात का फायदा हमास के आतंकी उठा रहे हैं.

रिपोर्ट्स यह भी हैं कि हमास के आतंकियों ने काफी इजरायली नागरिकों को कत्ल करके भी इन्हीं सुरंगों में फेंक दिया है, साथ ही बंधकों को भी इन्हीं जगहों पर छुपाया गया है. इजरायली सेना का कहना है कि 199 इजरायली नागरिकों ने हमास ने बंधक बना लिया है, जिन्हें किसी भी तरह से छुड़ाना ही इजरायली सेना और सरकार की प्राथमिकता है.

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