गाजा पर ताबड़तोड़ हवाई हमलों के बाद इजरायल ने अब जमीनी हमले करने भी शुरू कर दिए हैं. इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने गाजा पट्टी के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में ग्राउंड ऑपरेशन शुरू कर दिया है. इससे पहले इजरायली सेना के हवाई हमलों में 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.
इजरायली सेना आईडीएफ ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उनकी सेना ने मध्य और दक्षिणी गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन शुरू कर दिया है. यह हमला उत्तरी और दक्षिणी गाजा के बीच आंशिक तौर पर बफर जोन तैयार करना और इजराइल बॉर्डर से लगे सिक्योरिटी जोन का विस्तार करना है.
इजरायली रक्षा मंत्री काट्ज ने कहा कि गाजा के लोगों ये आखिरी चेतावनी है. अमेरिका के राष्ट्रपति की सलाह मान लो. बंधकों को लौटा दो और हमास को जड़ से उखाड़ दो. ऐसा करने पर आपके लिए दूसरे विकल्प खुल जाएंगे.
बता दें कि उत्तरी और दक्षिणी गाजा को अलग करने वाले नेतजारिम कॉरिडोर में आईडीएफ की 252वीं डिवीजन के सैनिक दाखिल हो गए हैं. इसके आधे से ज्यादा इलाके पर सेना ने कब्जा भी कर लिया है.
इससे पहले 18 मार्च को इजरायल ने गाजापट्टी पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए थे, जिसमें 400 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हुई थी और दो महीने से चला आ रहा युद्धविराम टूट गया था.
इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने यह हमले इसलिए कराए क्योंकि सीजफायर पर हो रही बातचीत आगे नहीं बढ़ रही थी. वहीं, हमास ने इजरायल के इन हमलों को सीजफायर का उल्लंघन बताते हुए कहा कि इजरायल ने बिना किसी उकसावे के हमले किए हैं.
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने हमास पर दबाव बनाने के लिए गाजा से मिस्र जाने वाले राफा क्रॉसिंग को बंद रखने के निर्देश दिए हैं. इसका मकसद मरीजों तक इलाज की पहुंच रोकना है.
इससे पहले इजराइल ने गाजा में राहत सामग्री, तेल और दूसरी चीजें लेकर जाने वाली गाड़ियों का रास्ता रोक दिया था. मालूम हो कि इजरायल और हमास युद्धविराम समझौते का पहला चरण एक मार्च को खत्म हो गया था. इसके बाद से इजरायल की ओर से गाजा पर हमले जारी है. इजरायली सेना आईडीएफ का कहना है कि यह हमला हमास के आतंकियों को निशाना बनाने के लिए किया गया था.
सीजफायर का पहला चरण एक मार्च को खत्म हो गया है. पहले चरण में हमास ने 33 बंधक छोड़े हैं. वहीं इजराइल ने दो हजार से फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है. इजराइल और हमास में बीच सीजफायर के दूसरे फेज पर अभी तक बातचीत शुरू नहीं हो पाई है. इस फेज में लगभग 60 बंधकों को रिहा किया जाना था.