संयुक्त राष्ट्र के अनुरोध पर इजरायल ने आज गाजा में सीजफायर को अगले 24 घंटे के लिए बढ़ा दिया है. हालांकि हमास ने कहा कि गाजा पट्टी से इजरायली टैंकों की वापसी के बिना वह इस कदम पर अमल नहीं करेगा. बीती रात हमास के हमले में एक भारतीय मूल के इजरायली सैनिक की मौत हो गई है.
रविवार देर रात इजरायली कैबिनेट की आपात बैठक के बाद सीजफायर की मियाद बढ़ाने फैसला लिया गया. उन्होंने सोमवार रात तक के लिए सीजफायर को बढ़ा दिया है. कैबिनेट ने यह चेतावनी भी दी कि यदि फिलिस्तीनी उग्रवादियों ने किसी भी तरह का उल्लंघन किया जाता है तो सेना उन पर जरूर कार्रवाई करेगी.
अधिकारियों ने बताया कि सैन्य अभियानों के जारी रखने पर चर्चा के लिए कैबिनेट की आज फिर से बैठक होगी.
हालांकि हमास ने एक बयान में कहा, 'गाजा पट्टी से इजरायली टैंकों की वापसी, निवासियों को उनके घरों तक वापसी योग्य बनाने और शवों को ले जाने वाली एंबुलेंसों के गाजा में बिना किसी रुकावट के आवाजाही की व्यवस्था के बिना किसी भी मानवीय संघर्षविराम को वैध नहीं माना जाएगा.' इजराइल और हमास के बीच कल 12 घंटे के मानवीय संघर्षविराम पर सहमति बनी थी जिसे बाद में इस यहूदी राष्ट्र ने स्थानीय समयानुसार चार घंटे और बढ़ाकर मध्यरात्रि तक के लिए कर दिया.
इजराइल ने कहा कि वह सीजफायर के दौरान हमास द्वारा इस्तेमाल किए गए सुरंगों के खिलाफ अभियान जारी रखेगा. हालांकि शुरुआती 12 घंटे के सीजफायर के खत्म होने के बाद हमास ने गाजा पट्टी से इजराइल पर कई रॉकेट दागे और संघषर्विराम को जारी रखने के शुरुआती प्रयासों को खारिज कर दिया.
इजराइल की सेना ने रविवार को बताया कि गाजा पट्टी के समीप हमास के हमले में उसका एक जवान मारा गया है. हमले में भारतीय मूल के इजरायली सार्जेंट फर्स्ट क्लास बराक राफेल डेगोरकर की मौत हो गई. वह बेने-इजराइली समुदाय से ताल्लुक रखते थे. उनकी जड़ें मुंबई से जुड़ी हुई हैं. दोनों पक्षों के बीच संघर्ष के चलते बीते 8 जुलाई से अब तक 1000 से ज्यादा फिलिस्तीनी जबकि 43 इजराइली सैनिक मारे जा चुके हैं. यूनीसेफ ने बताया कि संघर्ष के दौरान 192 बच्चों की मौत हो चुकी है.