इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि अगर 15 फरवरी, शनिवार दोपहर तक बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो गाजा में युद्धविराम समझौता समाप्त हो जाएगा. एक दिन पहले हमास ने घोषणा की थी कि वह सीजफायर समझौते के 'इजरायली उल्लंघन' पर इजरायली बंधकों को रिहा करना बंद कर देगा, जिसके जवाब में नेतन्याहू ने यह चेतावनी दी है.
नेतन्याहू ने एक वीडियो जारी कर कहा, 'जब तक हमास हार नहीं जाता, तब तक सेना अपनी लड़ाई जारी रखेगी'. हमास ने सोमवार को इजरायल पर सीजफायर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया है और कहा कि गाजा अलगी सूचना तक इजरायली बंधकों की रिहाई पर रोक लगा दी है. हमास के इस फैसले के बाद से दोनों के बीच फिर से संघर्ष शुरू होने का खतरा बढ़ गया है.
हमास ने इजरायल पर लगाए समझौते के उल्लंघन के आरोप
हमास सैन्य शाखा के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा कि शनिवार को होने वाली अगली निर्धारित बंधक रिहाई तब तक स्थगित रहेगी, जब तक कि इजरायल सीजफायर समझौते का पालन नहीं करता और पिछले हफ्तों की भरपाई नहीं करता.
अबू उबैदा ने इजरायल पर फिलीस्तीनियों पर गोलीबारी करने, उत्तरी गाजा में लोगों के लौटने में देरी और पट्टी में मानवीय सहायता को पहुंचने से रोकना का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि शनिवार को इजरायल और फिलिस्तीनी बंधकों की अदला-बदली होनी थी, जिसमें सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में तीन और इजरायली बंधकों को रिहा किया जाना था.
इजरायली सेना ने की फिलिस्तीनियों की हत्या
हमास के प्रवक्ता ने ये भी कहा कि 19 जनवरी से शुरू हुआ सीजफायर काफी हद तक कायम है. हालांकि, कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिनमें इजरायली सेना द्वारा फिलिस्तीनियों की हत्या की गई है और हमास ने बंधकों के नाम बताने में देरी की है, जिन्हें वह रिहा करना चाहता था. सहायता एजेंसियों का कहना है कि सीजफायर के बाद से गाजा में मानवीय सहायता की मात्रा में वृद्धि हुई है.