इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच जारी जंग के बीच इस्लामिक दुनिया में हलचल बढ़ गई है. इजरायल-फिलिस्तीन जंग को लेकर सऊदी अरब ने मंगलवार को 57 मुस्लिम देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ कोऑपरेशन (ओआईसी) की आपात बैठक बुलाने की मांग की है.
ओआईसी ने गाजा के खिलाफ इजरायल की जवाबी कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा है कि अंतरराष्ट्रीय प्रस्तावों की अनदेखी के लिए इजरायल जिम्मेदार है.
इसके अलावा 22 देशों के संगठन अरब लीग ने भी बुधवार को एक आपात बैठक बुलाई है. अरब लीग के क्षेत्रीय ब्लॉक के अनुसार, हमास द्वारा इजरायल पर किए गए अटैक के बाद इजरायल की जवाबी कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए अरब लीग के सदस्य देशों के विदेश मंत्री बुधवार को मुलाकात करेंगे. अरब लीग के डिप्टी चीफ होसैम जाकी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि कायरो में होने वाली इस बैठक में अरब देशों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की जाने वाली कार्रवाइयों पर बात होगी.
मुस्लिम देश कतर भी हमास और इजरायल के बीच महिला कैदियों की स्वैप (अदला-बदली) पर बातचीत करने की कोशिश कर रहा है. वहीं, इस्लामिक देश मिस्र ने यूएई और सऊदी अरब से इस मुद्दे पर बातचीत की है.
इजरायली वेबसाइट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी संगठन हमास के प्रवक्ता ने भी कहा है कि वह इजरायल की जेल में बंद आतंकियों की रिहाई के लिए बातचीत करेगा.
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अमेरिका की मदद से कतर ने उठाया ये कदम
वेबसाइट ने चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के हवाले से लिखा है कि हमास के एक सूत्र के अनुसार, कतरी मध्यस्थता के तहत इजरायल और हमास के बीच कैदियों की अदला-बदली के लिए बातचीत जारी है. सूत्र ने बताया है कि अमेरिका की मदद से कतर एक तत्काल समझौते को अमल में लाना चाहता है.
इस समझौते के तहत इजरायली जेलों में कैद फिलिस्तीनी महिला कैदियों के बदले हमास द्वारा किडनैप महिलाओं को रिहा किया जाएगा. हालांकि, इजरायली अधिकारी ने इस रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा है कि बंधकों की रिहाई पर अभी कोई बातचीत नहीं हुई है.
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हमास ने 130 से अधिक इजरायली नागरिकों को बनाया बंधक
रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को घुसपैठ करने वाले हमास के आतंकवादियों ने इजरायल के 130 से अधिक लोगों का किडनैप कर लिया था. किडनैप किए गए लोगों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं. इनमें से कइयों की मौत हो गई है. वहीं, बचे हुए लोग हमास के कब्जे में हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में इजरायली जेलों में 36 फिलिस्तीनी महिलाएं कैद हैं, हिमास जिसकी रिहाई की मांग कर रहा है.
आतंकी संगठन हमास के प्रवक्ता अब्देल-लतीफ अल-कानौआ ने सोमवार को समाचार एजेंसी एपी से बात करते हुए कहा, "हमास अपने सभी फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई चाहता है. साथ ही वेस्ट बैंक और यरूशलेम में खास तौर पर अल-अक्सा मस्जिद में इजरायली उकसावे को खत्म करना चाहता है."
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सऊदी क्राउन प्रिंस सलमान ने मिस्र के राष्ट्रपति से बात की
सऊदी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक्स पर एक बयान जारी करते हुए कहा है कि क्राउन प्रिंस और सऊदी अरब के प्रधानमंत्री प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सिसी से फोन पर बात की है. बातचीत के दौरान दोनों देशों ने गाजा और उसके आस-पास के क्षेत्रों में तनाव को रोकने और क्षेत्र में इसके विस्तार को रोकने के प्रयासों को तेज करने पर सहमति व्यक्त की है.
सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने जोर देते हुए कहा है कि सऊदी अरब फिलिस्तीनी नागरिकों को उनके वैध अधिकार हासिल करने, न्यायपूर्ण और स्थायी शांति प्राप्त करने में उनके साथ खड़ा है.
समाचार एजेंसी एपी की ही एक रिपोर्ट के अनुसार, मुस्लिम देश मिस्र और यूएई ने भी सोमवार को इजरायल और फिलिस्तानी आतंकी संगठन हमास के बीच जारी जंग पर बात की है.
मिस्र के राष्ट्रपति कार्यलय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सिसी और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने हिंसा को कम करने, नागरिकों की रक्षा करने और खून-खराबा बंद करने के उद्देश्य से राजनयिक प्रयासों को आगे बढ़ाने के महत्व पर सहमति व्यक्त की है. बयान में कहा गया है कि ऐसे प्रयासों में न्यायपूर्ण और स्थायी शांति स्थापित करने का मुद्दा भी शामिल होना चाहिए.
वहीं, यूएई के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "वह इस बात से स्तब्ध है कि हमास के हमले में इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया गया है." यूएई ने गाजा पट्टी के पास इजरायली कस्बों और गांवों में हमास द्वारा किए गए रॉकेट हमले को गंभीर बताया है. यूएई ने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की है.