इजरायल और हमास में जारी अस्थाई सीजफायर के बीच गुरुवार को येरूशलम में आतंकी हमला हुआ है. बताया जा रहा है कि दो हमलावरों ने येरूशलम में अंधाधुंध गोलीबारी कर दी. इस हमले में तीन इजरायली नागरिकों की मौत हो गई.
पुलिस ने बताया कि ये आतंकी हमला गुरुवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर हुआ. पुलिस के मुताबिक, विजमैन स्ट्रीट पर दो फिलिस्तीनी हमलावर गाड़ी से बाहर निकले और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई. 6 लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर है.
हमलावरों पर तुरंत ही दो ऑफ ड्यूटी सैनिकों और एक हथियारबंद नागरिक ने भी हमलावरों पर जवाबी फायरिंग कर दी. इसमें दोनों ही आतंकी मारे गए.
इस हमले का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोग बस स्टॉप पर खड़े इंतजार कर रहे हैं, तभी अचानक दो हमलावर आकर गोलीबारी शुरू कर देते हैं.
इजरायल की सुरक्षा एजेंसी शिन बेट के मुताबिक, हमलावरों के नाम मुराद नाम्र (38) और इब्राहिम नाम्र (30) हैं. ये दोनों ही हमास से जुड़े रहे हैं और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के चलते पहले भी जेल जा चुके हैं.
शिन बेट का कहना है कि 2010 से 2020 के बीच आतंकी हमलों की साजिश रचने के इल्जाम में मुराद कई बार जेल जा चुका है. वहीं, इब्राहिम भी 2014 में जेल जा चुका है.
पुलिस के मुताबिक, हमलावरों के पास एक M-16 असॉल्ट राइफल और एक हैंडगन थी. हमलावरों की गाड़ी से भी भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं. पुलिस आसपास के पूरे इलाके भी छानबीन कर रही है.
इस हमले में 24 साल की एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि, एक महिला और पुरुष की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. बताया जा रहा है कि जिस स्टॉप पर ये आतंकी हमला हुआ है, वहां ठीक एक साल पहले भी हमला हुआ था.
गुरुवार सुबह ये आतंकी हमला ऐसे समय हुआ, जब कुछ समय पहले ही इजरायल और हमास अस्थाई सीजफायर को एक दिन और बढ़ाने पर सहमति बनी थी.
इजरायल और हमास के बीच 7 अक्टूबर से जंग जारी है. जंग के लगभग 47 दिन बीत जाने के बाद दोनों के बीच अस्थाई सीजफायर हुआ था. इस सीजफायर के तहत हमास बंधकों को छोड़ रहा है, जबकि इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर रहा है. इजरायल-हमास की जंग में अब तक करीब 16 हजार फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है. जबकि, हमास के हमलों में 1200 इजरायली मारे गए हैं.