इजरायल-हमास जंग को 19 दिन हो चुके हैं. दोनों के बीच जंग अभी भी जारी है. न तो इजरायल और न ही हमास झुकने को तैयार है. जंग की शुरुआत हमास की तरफ से हुई थी और अब इजरायल लगातार हमास के ठिकानों को निशाना बना रहा है. इस हमले में न जाने कितनी हजार जानें जा चुकी हैं. इसी बीच एक दिल को झकझोर देने वाला वीडियो सामने आया है.
यह वीडियो एक शख्स का है, जिसका रेस्क्यू किया जा रहा है. लेकिन वो वीडियो में खुद की परवाह न करते हुए बस एक ही बात कह रहा है. मेरी पत्नी और मेरे बच्चे कहां हैं? वो सुरक्षित तो हैं न? जिस पर रेस्क्यू करने वाले उसे बता रहे हैं कि उसके परिवार को सही सलामत रेस्क्यू कर लिया गया है.
रॉयटर्स के मुताबिक, इजरायल ने मंगलवार देर राज गाजा पट्टी पर जो एयरस्ट्राइक की उसमें इस शख्स का घर भी तबाह हो गया. पूरा परिवार मलबे में दब गया. रेस्क्यू करने वाले जब उस तक पहुंचे तो शख्स ने रोते हुए उनसे पूछा, ''मेरी बीवी, अहमद, अमूला, हाला... सब कहां हैं. वो ठीक तो हैं न? प्लीज मुझे बताइए.'' रेस्क्यू करने वाले एक शख्स ने उसे बताया कि उसका परिवार बिल्कुल सुरक्षित है. लेकिन फिर भी वह शख्स बस अपने परिवार के बारे में ही पूछता रहा. जिस पर रेस्क्यू करने वाले ने कहा, ''मैं अपने बेटे की कसम खाकर कहता हूं कि तुम्हारा परिवार सुरक्षित है. हमने सभी को रेस्क्यू कर लिया है. तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो.''
हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को बर्बर हमला कर इजरायल के लोगों को कभी न भूलने वाले घाव दिए थे. अब 19 दिनों में इजरायल के सैनिक गाजा पट्टी पर हमास के ठिकानों को निशाना बनाते हुए 7 हजार से ज्यादा बम बरसा चुका है. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 7 अक्टूबर से अब तक इजरायली एयरस्ट्राइक में कम से कम 5,791 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें 2,360 बच्चे भी शामिल हैं. देर रात इजरायल ने गाजा पट्टी में 400 से ज्यादा आतंकी ठिकाने पर हमला किया. इस हमले में हमास के 3 और कमांडर ढेर हुए.
जाहिर है हमास-इजरायल जंग की जद में आम लोग भी आ रहे हैं. परिजनों को खोने के बाद वे गम में हैं, लेकिन बेबस हैं. अब उन्हें भी मौत का इंतजार है. पता नहीं कब इजरायल का हमला हो और इसकी जद में आम लोग और उनका परिवार आ जाए. बम गिरने के बाद शरीर के परखच्चे उड़ जाते हैं और कई बार तो शवों की शिनाख्त भी नहीं हो पाती है. लिहाजा, गाजा में माता-पिता अपने बच्चों के हाथों में धागे बांध रहे हैं.
माता पिता का कहना है कि इजरायल हमले कर रहा है. अगर हमें या हमारे बच्चों को कुछ हो जाता है, तो हम धागे से अपने परिवार से सदस्यों के शवों को पहचान सकते हैं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में बताया कि रिफ्यूजी कैंप में रहने वाले लोगों ने अपने-अपने परिजनों के हाथों में नीले धागे हैं. न्यूज एजेंसी से बात करते हुए लोग भावुक भी हो गए हैं और इस दौरान उन्होंने बताया कि वो किन परिस्थितियों में कैंप में रह रहे हैं, जहां एक ही घर के 4-6 लोगों को छोटे-छोटे तंबू में रहना पड़ रहा है.
कैसे हुई थी जंग की शुरुआत?
बता दें कि 7 अक्टूबर को गाजा पट्टी से हमास ने इजरायल पर हमला किया था. इस दौरान गाजा पट्टी से हजारों रॉकेट दागे गए थे. इतना ही नहीं हमास और इस्लामिक जिहाद के लड़ाकों ने इजरायल के सीमावर्ती इलाकों में घुसकर कत्लेआम भी मचाया था. इन हमलों में 1400 नागरिकों की मौत हुई थी. इतना ही नहीं हमास और इस्लामिक जिहाद के लड़ाकों ने सैकड़ों लोगों को बंधक भी बना लिया था.