हमास से जारी जंग के बीच लेबनान की ओर से इजरायल में दागी गई एंटी टैंक मिसाइल हमले में एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई है जबकि दो घायल हो गए हैं. यह हमला इजरायल की उत्तरी सीमा के पास किया गया.
रिपोर्ट के मुताबिक, ये तीनों भारतीय केरल के रहने वाले हैं. यह मिसाइल हमला सोमवार को सुबह लगभग 11 बजे इजरायल के गैलील इलाके में हुआ. बताया जा रहा है कि ये मिसाइल किसी खेत में जा गिरी, जहां काम कर रहे लोग इसकी जद में आए गए. इस हमले में मारे गए भारतीय नागरिक की पहचान केरल के कोल्लम के रहने वाले पटनीबिन मैक्सवेल के रूप की गई है. घायलों की पहचान बुश जोसेफ जॉर्ज और पॉल मेल्विन के तौर पर की गई है.
एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि मिसाइल हमले में झुलस जाने की वजह से जॉर्ज को पास के बेलिनसन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. उसका चेहरा झुलस गया है. उसका ऑपरेशन किया जा रहा है लेकिन वह रिकवर कर रहा है. उसे ऑब्जर्वेशन में रखा गया है. वह भारत में अपने परिवार से बात कर सकता है. वहीं, मेल्विन को हल्की चोटें आई हैं और उसे उत्तरी इजरायल के जिव हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. वह केरल के इडुक्की का रहने वाला है.
माना जा रहा है कि ये हमला लेबनान के हिज्बुल्लाह ने किया है. वह आठ अक्टूबर के बाद से इजरायल पर लगातार रॉकेट, मिसाइल और ड्रोन हमले कर रहा है.
इजरायल में एक भारतीय की मौत पर संवेदना जाहिर करते हुए इजरायल में भारतीय दूतावास ने बयान जारी कर कहा कि हम हिज्बुल्लाह के कायराना आतंकी हमले में एक भारतीय नागरिक की मौत की कड़ी निंदा करते हैं, जो सिर्फ एक बागान में काम कर रहा था. हमारी प्रार्थना और संवेदनाएं पीड़ित और घायलों के परिवारों के साथ है. इजरायल मेडिकल संस्थाएं घायलों का सर्वोत्तम इलाज कर रहे हैं. इजरायल आतंकवाद की घटनाओं में मारे गए प्रत्येक नागरिक फिर चाहे वो भारतीय हो या फिर विदेशी उनके साथ समान व्यवहार करता है.
कैसे शुरू हुई इजरायल और हमास जंग?
इजरायल और हमास के बीच पिछले साल 7 अक्टूबर से जंग जारी है. हमास ने इजरायल पर पांच हजार से ज्यादा रॉकेट दागे थे. इसके बाद इजरायल ने जंग का ऐलान कर दिया था. इजरायल और हमास में जारी जंग में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है.
हमास के हमले का इजरायल ने ऐसा जवाब दिया कि गाजा में एक-दो हजार नहीं बल्कि 24000 फिलिस्तीनियों की जान ले ली, जिसमें बड़ी संख्या महिलाओं और बच्चों की है. इनके अलावा कमोबेश 60 हजार फिलिस्तीनी किसी ना किसी रूप में घायल हुए हैं. बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को मिटाने की मंशा के साथ गाजा पर एयर स्ट्राइक शुरू किया था. स्कूल, अस्पताल से लेकर शरणार्थी कैंप्स तक पर इजरायली सेना ने बम बरसाए.
इजरायल और हमास के बीच था सात दिनों का युद्धविराम
कतर की मध्यस्थता से इजरायल और हमास के बीच पिछले साल 21 नवंबर को चार दिनों के युद्धविराम पर करार हुआ था. हालांकि, एक हफ्ते तक युद्धविराम लागू रहा और तब 105 बंधक रिहा किए गए. इसके बदले इजरायल ने भी 300 से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों को रिहा किया गया था. एक दिसंबर को युद्धविराम समाप्त होते ही इजरायली सेना ने बमबारी शुरू कर दी थी. बाकी बंधक हमास के ही कैद में हैं और तीन बंधकों को इजरायली सेना ने कथित रूप से गलती से गोली मार दी थी.