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जहां से निकल रहे गोले-रॉकेट-मिसाइल, वहीं बम गिरा रहा इजरायल... 7 Video में देखें सीरिया से जेनिन तक कैसे बरपा कहर

किसी भी परिणाम की फिक्र किए बिना इजरायल गाजा से लेकर फिलिस्तीन तक दुश्मनों के हर ठिकाने पर चुन-चुनकर मिसाइलें बरसा रहा है. इससे अब लेबनान और सीरिया भी अछूते नहीं बचे हैं. इजरायल अब इस सिद्धांत पर काम कर रहा है कि जिस भी ठिकाने से मिसाइल इजरायल की तरफ आएं, उसे पूरी तरह तबाह कर दो.

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जिस भी इलाके से इजरायल की तरफ रॉकेट आते हैं, इजरायल उस इलाके को तबाह कर देता है. (फोटो- एजेंसी)
जिस भी इलाके से इजरायल की तरफ रॉकेट आते हैं, इजरायल उस इलाके को तबाह कर देता है. (फोटो- एजेंसी)

गोलन हाइट्स. लेबनान, सीरिया और जॉर्डन बॉर्डर से सटा वह इलाका, जिस पर इजरायल का कब्जा है. अचानक सीरिया की तरफ से गोलन हाइट्स पर रॉकेट दागे जाते हैं. इन रॉकेट्स से इजरायल को कोई खास नुकसान नहीं होता, लेकिन कुछ ही देर में इजरायली एयरक्राफ्ट वहां पहुंच जाते हैं, जिस इलाके से गोलन हाइट्स पर रॉकेट दागे गए थे.

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यह इलाका सीरिया की सेना का मिलिट्री ठिकाना निकलता है, लेकिन इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) के फाइटर जेट बिना देर किए इस ठिकाने पर लगातार मिसाइल दागते हैं और चंद मिनटों में सीरियन मिलिट्री साइट को तहस-नहस कर देते हैं. इतना ही नहीं इजरायली एयरफोर्स बकायदा सोशल मिडिया पर इस बात का ऐलान करती है कि हमने सीरिया के मिलिट्री ठिकाने को तबाह कर दिया है, क्योंकि वहां से हमारी जमीन पर हमले किए जा रहे थे.

Video नंबर 1

इजरायल का यह आक्रामक अंदाज नया नहीं है. इजरायली सेना दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी दुनिया में फेमस है. सीरिया के मिलिट्री बेस को ठिकाने लगाने से पहले इजरायल ने फिलिस्तीन में भी ऐसे ही एक ऑपरेशन को अंजाम दिया. दरअसल, इजरायली सैनिक फिलिस्तीन के जेनिन शहर में बने शरणार्थी शिविर से दो संदिग्ध आतंकवादियों को पकड़ने गए थे.

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Video नंबर 2

हमलावरों पर एक के बाद एक दागे गोले

फिलिस्तीन से आतंकियों को गिरफ्तार करने के बाद इजायली सैनिक उन्हें लेकर इजरायल आ रहे थे. इस दौरान ही वहां बंदूधारी हमलावरों ने सैनिकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. अचानक हुई इस फायरिंग के बाद सैनिक तो मोर्चे पर जुटे ही, उनके साथ इजरायली एयरफोर्स के फाइटर जेट्स ने भी हमलावरों पर गोले दागना शुरू कर दिया. इस एक्शन के बीच ही इजरायली फोर्स ने अपने टारगेट की पहचान भी कर ली. इस अटैक में इजरायल का कोई भी सैनिक घायल नहीं हुआ.

Video नंबर 3

जेनिन शहर में पहले भी की एयर स्ट्राइक

इसी तरह का एक अटैक इजरायल ने जंग के 16वें दिन यानी 22 अक्टूबर को भी किया था. इजरायली लड़ाकू विमानों ने सुब-सुबह ही वेस्ट बैंक के जेनिन शहर की एक मस्जिद पर एयर स्ट्राइक की थी. इजरायल ने दावा किया था कि यहां हमास के लड़ाके छिपे हुए थे और इसका इस्तेमाल आतंकी हमलों की साजिश रचने के लिए किया जा रहा था. यहां बता दें कि यह वही जेनिन शहर है, जहां इजरायली सैनिकों पर हाल ही में फायरिंग हुई थी और इसके बदले आतंकियों पर मिसाइल बरसाई गई थीं.

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Video नंबर 4

हमले की योजना बना रहे थे आतंकी

इजरायल का दावा है कि जेनिन शरणार्थी शिविर के पास अल-अंसार मस्जिद के नीचे वाले परिसर में हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के लड़ाके रह रहे थे. इन्होंने हाल ही में इजरायल पर हमला किया था. इजरायली सेना ने अपने बयान में कहा था कि यहां से हमास के लड़ाके एक आतंकवादी हमले की योजना बना रहे थे. IDF ने तस्वीरें भी जारी की थीं, जिसमें मस्जिद के नीचे एक बंकर का प्रवेश द्वार दिखाया गया था. इजरायली सेना ने एक ग्राफिक्स भी जारी किया था, जिसके जरिए बताया गया था कि आतंकवादियों ने वहां हथियार कहां जमा कर रखे थे.

Video नंबर 5

कहां बसा है गोलन हाइट्स?

गोलन हाइट्स एक पहाड़ी इलाका है, जो जॉर्डन, सीरिया और लेबनान की बॉर्डर पर बसा है. 1967 में जब इजरायल और अरब देशों के बीच 6 दिन की जंग हुई थी, तब इस इलाके को इजरायल ने सीरिया से छीन लिया था. इसके बाद 14 दिसंबर 1981 को इजरायल ने गोलन हाइट्स को लेकर एक कानून पास किया, इस कानून के लागू होने के बाद इजरायल का अधिकार क्षेत्र बढ़कर गोलन हाइट्स तक हो गया.

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Video नंबर 6

कानून बनाकर इजरायल में मिलाया

यह भी कह सकते हैं कि कानून के जरिए इजरायल ने गोलन हाइट्स को औपचारिक तौर पर अपने देश में मिला लिया. इजरायल और अमेरिका को छोड़कर सभी देश गोलन हाइट्स को इजरायली कब्जे वाला सोरियाई क्षेत्र ही मानते हैं. इजरायल के इस कदम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता नहीं मिली है. डोनाल्ड ट्रंप ने अपने अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान 25 मार्च, 2019 को गोलन हाइट्स को इजराइल का अंग मान लिया था.

Video नंबर 7

हमास ने कब किया था इजरायल पर हमला?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमले को अंजाम देने के लिए आतंकी संगठन हमास ने पूरा प्लान पहले ही तैयार कर लिया था. प्लान को हमास की 5 यूनिट्स ने अंजाम दिया. सबसे पहले 7 अक्टूबर की सुबह 6.30 बजे मिसाइल यूनिट के जरिए 3 हजार रॉकेट दागे गए. इतने बड़े हवाई हमले से इजरायल के लोग सकते में आ गए. फिर एयरबॉर्न यूनिट के जरिए पैराग्लाइडर से आतंकी इजरायल में घुसे. फिर कमांडो यूनिट ने जमीन पर बाड़ काटी और गाजा पट्टी से आतंकी इजरायल में दाखिल हुए. इस दौरान हमास की ड्रोन यूनिट हमला करने और सूचना जुटाने में जुटी रही. इजरायल का अनुमान है हमास के करीब 1000 लड़ाकों ने घुसपैठ की. इस हमले से लेकर अब तक इस जंग में इजरायल के 1400 से ज्यादा लोग मारे गए. वहीं इजरायल के पलटवार में गाजा और फिलिस्तीन के 6 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.

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