Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच युद्ध का आज छठवां दिन है. हमास के हमले की शुरुआत के बाद इजरायल ने आतंकियों के सफाए के लिए युद्ध तेज कर दिया है. इजरायल की तरफ से गाजा पट्टी पर लगातार बमबाजी की जा रही है. वहीं, फिलिस्तीन में हमास के लड़ाके भी शांत नहीं पड़े हैं. वो इजरायल पर अभी भी तीन मोर्चे से अटैक कर रहे हैं. लेबनान, समंदर से सटे इलाके और इजिप्ट से सटे साउथ गाजा से रॉकेट और मिसाइलें दागी जा रही हैं. गुरुवार को सेंट्रल इजरायल के वेस्ट बैंक की तरफ भी रॉकेट दागे गए हैं.
बता दें कि हमास के हमले में इजराइल में 1300 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. सैकड़ों नागरिकों को बंधक बनाया गया और किडनैप कर गाजा लाया गया है. युद्ध में मौतें बढ़ने के कारण इजराइल ने गाजा में हमास के खिलाफ आक्रामक कदम उठाया है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमास के लड़ाकों ने हमले में हमारे देश के सैनिकों के सिर काट लिए और महिलाओं के साथ रेप किया है. हमने कसम आई है कि आतंकवादी समूह को कुचलकर नष्ट करेंगे. नेतन्याहू ने कहा, हमास के प्रत्येक आतंकी अब हमारे लिए मुर्दा हैं.
'हमास को मिल रहा लेबनान का सपोर्ट'
वहीं, हमास को भी बड़े स्तर पर समर्थन मिल रहा है. लेबनान के संगठन हिजबुल्लाह ने इजरायल पर रॉकेट दागे हैं. इसके जवाब में बुधवार को इजरायल ने भी दक्षिणी लेबनानी शहरों पर हमला किया. हिजबुल्लाह ने कहा, हमने अपने सदस्यों की हत्या के जवाब में इजरायली ठिकानों पर मिसाइलें दागी हैं. दरअसल, बुधवार को इजरायली शहर अरब अल-अरामशे के पास एक सैन्य चौकी को एंटी-टैंक फायर से निशाना बनाया गया था. उसके बाद इजरायली सेना ने कहा, हमने हिजबुल्लाह के ठिकाने पर हवाई हमला किया है और लेबनान पर भी हमला किया. लेबनानी सुरक्षा सूत्र ने कहा, हिजबुल्लाह ने दुश्मन देश इजराइल में दो सटीक मिसाइलें दागीं हैं. इससे पहले 22 अरब देशों के समूह अरब लीग ने फिलिस्तीन के समर्थन में इजरायल की खुलकर निंदा की है.
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लेबनानी सेना ने इजरायल पर छोड़े रॉकेट
हिज्बुल्लाह और फिलिस्तीनी गुट हमास दोनों ने मंगलवार को लेबनान से इजरायल पर हमले करने का दावा किया है. हिजबुल्लाह ने एक इजरायली टैंक पर मिसाइल दागी. इसका एक वीडियो पोस्ट किया. हमास ने कहा, हमने अल-कोलेइला से इजरायल में रॉकेटों का एक सैल्वो लॉन्च किया है. वहीं, लेबनान से रॉकेट अटैक पर व्हाइट हाउस में जिंता जताई है. राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, इस घटनाक्रम पर हमारी नजर है. हमने दक्षिणी लेबनान से उत्तरी इजराइल में रॉकेट आते देखा है.
गोलियों से गूंज रहा डिमाना
इजराइल का डिमाना भी गोलियों की आवाज से गूंज रहा है. वहां परमाणु संयंत्र के पास गोलियां चलने की आवाज सुनाई दे रही है. माना जा रहा है कि इजराइल के लिए खतरा बढ़ सकता है. अगर परमाणु संयंत्र पर हमास या लेबनान के हिजबुल्लाह गुट का कब्जा हो जाता है तो दुनिया के लिए बड़ा खतरे उत्पन्न हो सकता है. लेबनानियों का कहना है कि हालिया हिंसा ने 2006 की गर्मियों की यादें ताजा कर दी हैं, जब ईरान समर्थित हिजबुल्लाह और इजराइल ने एक महीने तक क्रूर युद्ध लड़ा था.
'सीरिया ने उत्तरी इजरायल में दागे मोर्टार'
हमास के रॉकेट हमले में इजरायल के हजारों लोगों के घर-मकान ढह गए हैं. दक्षिण इजरायल में घरों, बुनियादी ढांचे और नागरिकों के जीवन का बड़ा नुकसान पहुंचा है. पांच दिन पहले हमास के हमलावरों ने दक्षिणी इजरायल में गाजा के पास किबुत्ज रीम में एक म्यूजिक फेस्टिवल में हमला किया था. यहां ताबड़तोड़ रॉकेट की बौछारों से 260 लोगों की जान गई थी. हाल ही में सीरिया ने भी उत्तरी इजरायल की ओर मोर्टार दागे थे. इजरायल डिफेंस फोर्स का कहना था कि उत्तरी इजरायल की तरफ कई मोर्टार दागे गए हैं. जिसके बाद हमने सीरिया में तोपखाने हमले शुरू किए हैं.
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'समुद्री तट से भी इजरायल पर अटैक'
हमास ने शनिवार को जब इजरायल पर अचानक अटैक किया, तब भी उसने समुद्री मार्ग को चुना था. इतना ही नहीं, हथियार भी समुद्री मार्ग और सीक्रेट टनल से मंगाए थे. कहा जाता है कि हमास समुद्री रास्ते से ही हथियार मंगाता है. ये हथियार कैप्सूल में पैक होते हैं, जिसे गाजा के तट तक पहुंचाया जाता है. इजरायली सेना को चकमा देते हुए ये हथियार गाजा तक पहुंचते हैं. युद्ध के मोर्चे पर हमास यहां समुद्री तट से इजरायली शहरों पर रॉकेट और मिसाइलें छोड़ रहा है. हमास के लड़ाके अभी भी दिन में एक या दो बार मध्य इजरायल को भी निशाना बना रहे हैं.
ईरान की भूमिका पर क्या बोला अमेरिका?
इजरायल पर हमले में ईरान की भूमिका को लेकर चर्चाएं हैं. हालांकि, अमेरिका ने कहा, हमें ईरान के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. इतना जरूर पता चला है कि टेररिस्ट ग्रुप से जुड़ी आर्म्स ब्रांच के लिए वित्तीय मदद में बड़े स्तर पर उसकी मिलीभगत है. बताते चलें कि ईरान और सऊदी अरब अब फिलिस्तीन को बचाने के लिए आगे आए हैं. ईरान के राष्ट्रपति और सऊदी क्राउन प्रिंस ने फोन पर बात की है और मिलकर काम करने का फैसला किया है. सऊदी अरब और ईरान के संबंध ठीक होने के बाद पहली बार दोनों नेताओं ने बात की है. ऐसे में सऊदी और ईरान के साथ आने से अमेरिका की टेंशन बढ़ सकती है. अगर यह दोनों देश फिलिस्तीन की मदद करते हैं तो जंग एक नया मोड़ ले सकती है.
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'गाजा में जीवन का संकट बढ़ा'
इजरायली सेना ने बुधवार को फिलिस्तीनी क्षेत्र के आसपास के एक बड़े क्षेत्र को बंद कर दिया है. इजरायली अटैक के बाद 23 लाख फिलिस्तीनियों के पास भागने के लिए कोई जगह नहीं बची है. वहां 1100 लोग पहले ही मारे जा चुके हैं. गाजा पट्टी में खाने से लेकर जीवन पर संकट कम नहीं हुआ है. यहां के एकमात्र बिजली संयंत्र में ईंधन खत्म हो गया है. यह बुधवार को ठप हो गया है. गाजा में बिजली की सप्लाई पूरी तरह रोक दी गई है. पावर प्लांट बंद कर दिए गए हैं, जिसके बाद लोगों के सामने और समस्याएं बढ़ गई हैं.
'गाजा से बचकर भागने का रास्ता नहीं...'
गाजा पट्टी में एक लाख 80 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों को यूएन के शेल्टर्स में रखा गया है. लोगों का कहना है कि गाजा से बचकर निकलने का कोई रास्ता नहीं है. इजरायल ने 16 साल से गाजा पर जमीन, हवा और समुद्री नाकाबंदी कर रखी है, जिसका फलस्तीनी नागरिक विरोध करते आ रहे हैं. 2007 से अब तक चार बार सत्ता पर कब्जा के लिए युद्ध छिड़ा है, तब भी सुरक्षित क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र की तरफ से सुविधाएं दी गई हैं.
तेल अवीव में हमास के लड़ाके का इलाज करने का आरोप
इजरायल के तेल अवीव में अस्पताल के बाहर जमकर प्रदर्शन किया गया है. इजरायली एसोसिएशन ऑफ पब्लिक हेल्थ फिजिशियन के अध्यक्ष हागई लेविन के अनुसार, 100 से ज्यादा लोगों ने बुधवार रात तेल अवीव के मुख्य अस्पतालों में से एक के बाहर हंगामा किया. इन लोगों का कहना था कि यहां के डॉक्टर हमास के एक आतंकवादी का इलाज कर रहे हैं. हालांकि डॉक्टर्स ने एक वीडियो में कहा, बीटर फुटबॉल टीम के नस्लवादी यरूशलेम प्रशंसकों के एक समूह ने इमरजेंसी रूम के मैन गेट को तीन घंटे तक बंद कर रखा. पुलिस के साथ हिंसक झड़प की. अस्पताल में इमरजेंसी वर्कर्स के रास्ते को रोककर रखा. घटना के समय शीबा अस्पताल हमास के किसी भी आतंकवादी का इलाज नहीं कर रहा था. यह विरोध इजरायली स्वास्थ्य मंत्री मोशे अर्बेल द्वारा बुधवार को जारी एक पत्र के बाद हुआ. अर्बेल ने कहा, घायल उग्रवादियों को इजरायली सेना या इजरायल की खुफिया सर्विस के पास भेजा जाए.
'अगवा नागरिकों को लौटाओ, तब देंगे बिजली-पानी'
इजराल के ऊर्जा मंत्री का बयान आया है. उन्होंने कहा कि जब तक किडनैप किए गए हमारे लोगों को घर नहीं लौटाया जाता, तब तक गाजा को बिजली या पानी की आपूर्ति नहीं की जाएगी. गाजा में कोई फ्यूल लेकर जाने वाला ट्रक प्रवेश नहीं करेगा. कोई भी हमें नैतिकता का उपदेश नहीं दे सकता है. बता दें कि हमास के लड़ाके इजरायल से करीब 150 लोगों को अगवा कर ले गए हैं.
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