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एक दिन में दूसरा शिकार... 11 बच्चों की मौत के गुनहगार फउद शुकर को इजरायल ने लेबनान में किया ढेर

Fuad Shukr Killed in Israeli Air Strike: फउद शुकर के नेतृत्व में ही 23 अक्टूबर, 1983 को बेरूत में अमेरिकी मरीन कॉर्प्स बैरक पर हिज्बुल्लाह ने बमबारी की थी. इस हमले में 241 अमेरिकी सैन्य कर्मियों की मौत हो गई और 128 अन्य घायल हो गए थे. यह बमबारी इतिहास में अमेरिकी सेना पर सबसे घातक हमलों में से एक थी.

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हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर फउद शुकर को इजरायल ने बेरूत में मार गिराया. (Photo: X/@IDF)
हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर फउद शुकर को इजरायल ने बेरूत में मार गिराया. (Photo: X/@IDF)

इजरायली एयरफोर्स ने मंगलवार को लेबनान की राजधानी बेरूत पर बमबारी की, जिसमें हिजबुल्लाह का शीर्ष सैन्य कमांडर फउद शुकर मारा गया. शुकर को हज मोहसिन के नाम से भी जाना जाता था. इजरायल ने अपने कब्जे वाले गोलान हाइट्स पर रॉकेट हमले के लिए फउद शुकर को ही जिम्मेदार ठीराया था. इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, 'हमारे लड़ाकू विमानों ने बेरूत में आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के सबसे वरिष्ठ सैन्य कमांडर और इसकी रणनीतिक इकाई के प्रमुख फउद शुकर को मार गिराया.' बता दें कि हिज्बुल्लाह लेबनान और मध्य पूर्व के व्यापक हिस्से में सबसे प्रभावशाली शिया सैन्य समूहों में से एक है.

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इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने एक बयान में कहा, 'हिजबुल्लाह कमांडर फउद शुकर मजदल शम्स नरसंहार के लिए जिम्मेदार था.' बता दें कि 27 जुलाई की शाम को उत्तरी इजरायल के एक फुटबॉल मैदान को हिजबुल्लाह ने ईरानी फलक-1 रॉकेट से निशाना बनाया था. इस रॉकेट हमले में मैदान में खुल रहे 12 बच्चों की मौत हो गई थी. इस हमले के बाद ही इजरायल ने बदला लेने की कसम खाई थी और हिजबुल्लाह को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. फउद शुकर हिज्बुल्लाह के सेक्रेटरी जनरल हसन नसरल्लाह का राइट हैंड हाथ था. वह हमलों और ऑपरेशन की योजना बनाने और निर्देशित करने में नसरल्लाह का सलाहकार था. 

फउद शुकर के हाथ मासूमों के खून से सने थे: इजरायल

डेनियल हगारी ने कहा कि शुकर एक आतंकवादी था जिसके हाथ इजरायलियों और कई अन्य मासूमों के खून से सने थे. उन्होंने कहा कि गाजा युद्ध की शुरुआत के बाद से, फउद शुकर ने इजराइल पर हिजबुल्लाह के हमलों का नेतृत्व किया. वह प्रसिद्ध हिजबुल्लाह कमांडर इमाद मुगनियाह के साथ निकटता से जुड़ा था. 2008 में मुगनियाह की मृत्यु हिज्बुल्लाह के लिए एक महत्वपूर्ण झटका थी, और शुकर को तब से संगठन के अंदर मुगनियाह की विरासत को जारी रखने वाले एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में देखा जाता था. साल 2016 में सीरिया में हिजबुल्लाह कमांडर मुस्तफा बदरुद्दीन की मौत के बाद संगठन में उसकी जिम्मेदारी फउद शुकर को ही सौंपी गई थी.

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अमेरिका को भी चार दशक से थी फउद शुकर की तलाश

फउद शुकर के नेतृत्व में ही 23 अक्टूबर, 1983 को बेरूत में अमेरिकी मरीन कॉर्प्स बैरक पर हिज्बुल्लाह ने बमबारी की थी. इस हमले में 241 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी और 128 अन्य घायल हो गए थे. यह बमबारी इतिहास में अमेरिकी सेना पर सबसे घातक हमलों में से एक थी. संयुक्त राज्य अमेरिका ने उसके सिर 5 मिलियन डॉलर (करीब 42 करोड़ रुपये) का इनाम घोषित कर रखा था. आईडीएफ ने बताया कि 1990 के दशक में हिजबुल्लाह कमांडर शुकर तीन इजरायली सैनिकों- बेन्यामिन अव्राहम, आदि अवितन और उमर सवैद के शवों के अपहरण में सीधे तौर पर शामिल था. हिजबुल्लाह ने हर डोव से सटे सुरक्षा बाड़ पर गश्त के दौरान तीनों इजरायली सैनिकों को मार डाला था.

शुकर पर USA ने घोषिया किया था $50 लाख का इनाम

आतंकवादी गतिविधियों में उसकी व्यापक भागीदारी के कारण, शुकर को 10 सितंबर, 2019 से अमेरिकी विदेश विभाग ने ग्लोबर टेररिस्ट घोषित कर रखा था. शुकर लगभग 30 वर्षों से हिजबुल्लाह का सदस्य था, वह इसकी सैन्य शाखा का प्रमुख था और संगठन में नंबर 2 माना जाता था. अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने फउद शुकर की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि तेल अवीव को एक आतंकवादी संगठन के खिलाफ आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है. कमला हैरिस ने मध्य पूर्व में बने संघर्षपूर्ण हालात को समाप्त करने के लिए एक राजनयिक समाधान खोजने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. 

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