ईद के मुबारक दिन भी इजरायल ने गाजा पट्टी पर भीषण हमले किए, जिसमें 100 से ज्यादा फलस्तीनी नागरिक मारे गए. गाजा में तीन हफ्तों से जारी संघर्ष के बीच ईद का दिन सबसे ज्यादा खूनखराबे वाले दिनों में से एक रहा.
दोनों पक्षों ने संयम बरतने की अंतरराष्ट्रीय अपील को नजरअंदाज किया. अब तक इस संघर्ष में मरने वालों की कुल संख्या 1200 के करीब पहुंच गई है. इजरायल ने फलस्तीन की ओर से होने वाले रॉकेट हमलों के जवाब में गाजा पट्टी पर बमबारी बढ़ा दी और तीन सघन आबादी वाले क्षेत्रों में लोगों को चेतावनी दी कि वे अपने घर खाली कर दें.
एक ही पावर प्लांट था, वह भी उड़ाया
उत्तरी गाजा पट्टी में जबालिया में इजरायल की गोलीबारी में 13 फलस्तीनियों की मौत हुई. इजरायल ने 60 हवाई
हमले किए जिसमें गाजा का एकमात्र पावर प्लांट क्षतिग्रस्त हो गया. इजरायल ने गाजा पर नियंत्रण करने वाले समूह
हमास से जुड़े स्थलों को भी निशाना बनाया.
गाजा में वितरण कंपनी में इंजीनियर नादल तोमन ने कहा, एक गोला ईंधन टैंक जबकि दूसरा प्लांट के भाप इंजन पर गिरा जिससे उसमें आग लग गई. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर चुके तोमन ने कहा, आग को काबू में करना बहुत मुश्किल था. इजरायली युद्धक विमानों ने गाजा में हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनिया के घर को भी निशाना बनाया. यह जानकारी हनिया के पुत्र अबेद सलाम हनिया ने देते हुए बताया कि इजरायली दुश्मनों ने हमारे घर पर दो बार हमले किए.
फलस्तीनी समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएफए ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ने के बीच, फलस्तीनी नेतृत्व ने 24 घंटे के संघर्षविराम का प्रस्ताव रखा जिसे 72 घंटे तक बढ़ाया जा सकता है और इस विचार का हमास और एक अन्य उग्रवादी समूह इस्लामिक जेहाद ने समर्थन किया.