ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने हिज्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह को इजरायली हमले से बचने की चेतावनी दी थी. उन्होंने सलाह दी थी कि वे किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएं. नसरल्लाह की मौत के बाद कहा जा रहा है कि सुप्रीम लीडर टूट चुके हैं और उनकी मौत के बाद वह अधिक चिंतित हैं.
खामेनेई के करीबी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने इजरायली घुसपैठ के लिए अपने सरकारी अधिकरियों पर भी उनका विश्वास टूट चुका है. यह भी कहा जा रहा है कि इजरायली हमले के तुरंत बाद उन्होंने अपने अधिकारियों से नसरल्लाह को ईरान लाने का निर्देश दिया था.
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हिज्बुल्लाह में मौजूद हैं इजरायली जासूस
ईरान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खामेनेई ने नसरल्लाह को यह संदेश भेजा था कि इजरायल के जासूस हिज्बुल्लाह में मौजूद हैं और उनकी हत्या की योजना बना रहे हैं. इस संदेश को पहुंचाने वाले दूत ब्रिगेडियर जनरल अब्बास नीलफोरौशन थे, जो उसी बंकर में थे जहां इजरायली बमबारी हुई और उनकी भी मृत्यु हो गई.
ईरान ने इजरायल पर दागी 200 मिसाइलें
इसके बाद, अली खामेनेई ने मंगलवार को इजरायल पर लगभग 200 मिसाइलें दागने का आदेश दिया था. यह हमला नसरल्लाह और नीलफोरौशन की मौत के बदले में था. ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने एक बयान में यह कहा कि यह कदम जुलाई में तेहरान में हमास नेता इस्माइल हनीयेह की हत्या और लेबनान पर इजरायली हमलों के प्रतिक्रया में भी था. हालांकि, इजरायल ने हनीयेह की हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है.
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ईरान में सुप्रीम लीडर की सुरक्षा की चिंता
इजरायल ने मंगलवार को दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्लाह के खिलाफ "सीमित" जमीनी आक्रमण शुरू की. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय और ईरान के विदेश मंत्रालय ने इस पर टिप्पणी नहीं की है. इजरायल ने नसरल्लाह की हत्या के साथ हिज्बुल्लाह के शस्त्र स्थल नष्ट कर दिए, संगठन के आधे सदस्यों का खात्मा कर दिया और उसकी शीर्ष सैन्य कमान को नष्ट कर दिया. लेबनान में हिज्बुल्लाह चीफ के मारे जाने के बाद ईरान में सुप्रीम लीडर की सुरक्षा की चिंता बढ़ गई है.