इजरायल और हमास के बीच बीते एक महीने से युद्ध जारी है. हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था, जिसमें 1400 से ज्यादा लोग मारे गए थे. इसके जवाब में इजरायली सेना ने हमास के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें हमास के कई कमांडर और लड़ाके ढेर हो चुके हैं. इस बीच रविवार को आईडीएफ की ओर से कहा गया है कि सेना ने गाजा पट्टी को दो हिस्सों में बांट दिया है.
हमास के हमलों के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ऐलान कर दिया था कि जब तक हमास को खत्म नहीं कर देंगे, तबतक शांति से नहीं बैठेंगे. इस बीच कई देशों की ओर से सीजफायर को लेकर भी अपील की गई, जिस पर इजरायल की ओर से मना कर दिया गया. प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इस प्रस्ताव पर कहा कि अगर हमने सीजफायर का प्रस्ताव स्वीकार किया तो ये इजरायल की हार होगी.
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हमास के लड़ाकों को ढेर करने के लिए इजरायल की सेना कई दिनों से ग्राउंड ऑपरेशन की तैयारी कर रही थी और गाजा पट्टी को घेर लिया था. इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में रह रहे नागरिकों को पहले ही चेतावनी देते हुए कहा था कि वो उत्तरी गाजा से दक्षिणी गाजा की ओर चले जाएं. दरअसल हमास के कंट्रोल रूम और कमांडरों के खुफिया ठिकाने उत्तरी गाजा में ही हैं. मानवीय जरूरतों को पूरा करने वाले अस्पतालों और स्कूलों के बेसमेंट में उन्होंने सुरंगें बनाई हुई हैं और वहां उन्होंने अपना ठिकाना बना लिया है. जिनके जरिए वो इजरायली सेना के हमलों से बचे रहते हैं. इसलिए इजरायली सेना ने ठान लिया है कि इस बार वो इन ठिकानों को नेस्तनाबूद कर देगी, ताकि हमास के लड़ाकों को भी खत्म किया जा सके.
गाजा सिटी को दो भागों में बांटा: इजरायली सेना
इजरायल की सेना ने ऐलान कर दिया है कि अब उसने गाजा सिटी को दो भागों में बांट दिया है. दरअसल सेना ने उत्तरी गाजा से ज्यादातर लोगों को निकालकर दक्षिणी गाजा में जाने के लिए मानवीय गलियारा भी खोल दिया था. अब उत्तरी गाजा को पूरी तरह से घेर लिया गया है. आईडीएफ के मुताबिक, अब सेना के जवान किसी भी समय हमास के ठिकानों पर हमला कर सकते हैं और उनके लड़ाकों को ढेर कर सकते हैं.
15 लाख फिलिस्तीनी विस्थापित हुए: संयुक्त राष्ट्र
इस बीच संयुक्त राष्ट्र की संस्था UNRWA ने रविवार को बताया कि 7 अगस्त से अबतक 22 लाख में से 15 लाख फिलिस्तीनी नागरिक विस्थापित हो चुके हैं. इनमें से आधे से ज्यादा विस्थापित संयुक्त राष्ट्र की ओर से बनाए गए 150 से ज्यादा शरणार्थी कैम्पों में शरण लिए हुए हैं. UNRWA ने ट्वीट कर बताया था कि गाजा फिलहाल ब्लैकआउट का सामना कर रहा है. इसका मतलब है कि गाजा पट्टी में संचार सेवाएं रोक दी गई हैं.
IDF ने सेना के ऑपरेशन के बारे में क्या बताया?
इजरायल डिफेंस फोर्स के प्रवक्ता एडमिरल डैनियल हगारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, सेना आतंकवादी बुनियादी ढांचे, जमीन के नीचे और ऊपर व्यापक हमले कर रही है. गाजा पर शासन करने वाले हमास के एक अधिकारी ने कहा, "एक अस्पताल के आसपास के इलाके में तीव्र बमबारी हो रही है."
हमास के मीडिया कार्यालय की ओर से बताया गया, एन्क्लेव के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा के आसपास भारी हमले हुए. इजरायल का कहना है कि यह अस्पताल हमास के संचालन का प्रमुख अड्डा है.
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टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबक, आईडीएफ की ओर से बताया गया कि एयरस्ट्राइक तब बढ़ाई गई जब इस बात के सबूत मिले कि हमास के लड़ाके आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए गाजा पट्टी में अस्पतालों का उपयोग कर रहे हैं.
बीते 7 अक्टूबर को हमास ने किया था हमला
बता दें कि बीते 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाके इजरायली सीमा में घुस गए थे और उन्होंने 1400 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी थी. इनमें 200 से ज्यादा सैनिक भी शामिल हैं. इसके अलावा 240 लोगों को बंधक भी बना लिया था, जिनके जरिए हमास की ओर से शर्त रखने की कोशिश की थी, लेकिन इजरायल ने इसको लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. इजरायल का कहना था कि बिना शर्त बंधकों को रिहा किया जाए. वहीं जबसे इजरायली सेना ने हमास के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया है, तबसे गाजा में 9500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा हजारों की संख्या में लोग घायल हैं.