इजरायल पर हमास के हमले के बाद शुरू हुई जंग के 72 घंटे बीत चुके हैं. इस युद्ध में इजरायल के 900 नागरिक मारे जा चुके हैं और 2600 से ज्यादा जख्मी हुए हैं. वहीं गाजा पट्टी में भी 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति, कनाडा के प्रधानमंत्री और जर्मनी के चांसलर ने हमास को लेकर बयान दिया है.
ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने कहा है कि हमास के लोग न तो चरमपंथी हैं और न ही फ्रीडम फाइटर हैं, वो सिर्फ आतंकवादी हैं. मैं बिना किसी किंतु-परंतु के इजरायल के साथ खड़ा हूं.
ब्रिटेन की जनता को संबोधित करते हुए पीएम सुनक ने कहा कि मैं इजरायल की जरूरत में एकजुटता के साथ खड़ा होने के लिए आज रात यहां आना चाहता था. इस देश के प्रधान मंत्री के रूप में मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि जो लोग हमास का समर्थन करते हैं वे इस भयावह हमले के लिए पूरी तरह जिम्मेदार हैं. वे चरमपंथी नहीं हैं. वे फ्रीडम फाइटर नहीं हैं. वे सिर्फ आतंकवादी हैं.
ब्रिटिश पीएम ने कहा, "उनके द्वारा किया गया कार्य बर्बर है. हमने जो देखा, उसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है. इन घटनाओं के दो पहलू नहीं हैं. बैलेंस का कोई सवाल नहीं है. मैं इजरायल के साथ खड़ा हूं. मैं आपसे वादा करता हूं, आपको सुरक्षित रखने के लिए मैं कोई कसर नहीं छोड़ूंगा."
इजरायल को अपनी रक्षा का अधिकार: अमेरिका
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि यूएस इजरायल के साथ पूरी तरह खड़ा है. हम उनका समर्थन करने में कभी असफल नहीं होंगे. जब मैंने आज सुबह प्रधान मंत्री नेतन्याहू से बात की, तो मैंने उन्हें बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका इन आतंकवादी हमलों के सामने इजरायल के लोगों के साथ खड़ा है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, इजरायल को अपनी और अपने लोगों की रक्षा करने का अधिकार है.
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इजरायल के समर्थन में जर्मन चांसलर का बयान
जर्मनी के चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ ने हमास के हमले को भयानक और बर्बर बताया है. उन्होंने कहा कि यहूदी राज्य के इस कठिन समय में जर्मनी और फ्रांस दृढ़ता से इज़राइल के पक्ष में खड़े हैं. मैंने कल व्यक्तिगत रूप से प्रधान मंत्री नेतन्याहू को इसका आश्वासन दिया है.
ओलाफ ने कहा, आतंक नहीं जीतेगा, नफरत नहीं जीतेगी, हिंसा नहीं जीतेगी. उन्होंने बताया कि हो सकता है कि आज शाम फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, मैं आगे की चर्चा करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक के साथ फोन पर बात करेंगे. अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी इस बात पर सहमत हैं कि इस क्षेत्र में आगजनी नहीं होनी चाहिए.
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मौत, हिंसा और आतंक की कोई जगह नहीं: जस्टिन ट्रूडो
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी इजरायल के समर्थन में बयान देते हुए कहा कि मौत, हिंसा और आतंक के महिमामंडन का कहीं भी कोई स्थान नहीं है, खासकर यहां कनाडा में. इसलिए मैं स्पष्ट कर दूं. हमास के आतंकवादी कोई प्रतिरोध नहीं हैं, वे स्वतंत्रता सेनानी नहीं हैं. वे आतंकवादी हैं. कनाडा में कोई भी उनका समर्थन नहीं करता, जश्न मनाना तो दूर की बात है.
फ्रांस के राष्ट्रपति ने क्या कहा?
वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि मैं एक बार फिर इजरायल के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करना चाहूंगा. मैंने आजसुबह ही प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की है. जर्मनी और फ्रांस इस दुखद समय में इजरायली लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई एक सामान्य मुद्दा है जिसे हम इजरायल और हमारे सभी अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों और साझेदारों के साथ आगे बढ़ाना जारी रखेंगे. कुछ भी इसे उचित नहीं ठहराता, कुछ भी इसकी व्याख्या नहीं करता.
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हिजबुल्लाह ने हमला किया तो सीरिया पर अटैक करेंगे: इजरायल
इस बीच इजरायल की मीडिया ने जानकारी देते हुए कहा है कि अगर लेबनान का हिजबुल्लाह हमास-इजरायल युद्ध में शामिल होता है तो इजरायल सीरिया पर हमला करने विचार कर सकता है. अमेरिकी नौसेना की मदद से दमिश्क को भी खत्म कर दिया जाएगा. इजरायल ने फ्रांसीसी अधिकारियों के माध्यम से नसरुल्लाह को चेतावनी दी है.