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इजरायल ने बना लिया घातक लेजर मिसाइल डिफेंस सिस्टम, प्लेन, मोर्टार एक सेकेंड में होंगे तबाह

इजरायल ने पहली बार लेजर मिसाइल डिफेंस सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. ये तकनीक बेहद कम देशों के पास है. इजरायल का दावा है कि लेजर तकनीक का इस्तेमाल कर उनके डिफेंस सिस्टम ने एक ही वार में रॉकेट, मानवरहित विमान और मोर्टार को ध्वस्त कर दिया.

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इजरायल का शक्तिशाली लेजर डिफेंस सिस्टम (Photo- AP)
इजरायल का शक्तिशाली लेजर डिफेंस सिस्टम (Photo- AP)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इजरायल ने लेजर डिफेंस सिस्टम का किया सफल परीक्षण
  • लेजर तकनीक ने एक ही वार में मार गिराए रॉकेट, मोर्टार
  • पीएम बेनेट ने शेयर किया वीडियो

इजरायल लेजर मिसाइल डिफेंस सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण करने वाले पहले कुछेक देशों में शामिल हो गया है. मिसाइल डिफेंस सिस्टम 'आयरन बीम' के सफलतापूर्वक परीक्षण का वीडियो शेयर करते हुए इजरायल के प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट ने इसकी जानकारी दी है. बेनेट ने कहा है कि भले ही ये आपको साइंस फिक्शन फिल्मों की तरह लगे लेकिन अब ये हकीकत बन चुका है.

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इजराइली प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि डिफेंस सिस्टम ने बेहद कम खर्च में एक लेजर बीम का इस्तेमाल कर मानवरहित विमान, रॉकेट और मोर्टार को एक ही वार में तबाह कर दिया.

बेनेट ने परीक्षण का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, 'इजरायल ने नए 'आयरन बीम' लेजर डिफेंस सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. यह दुनिया की पहली ऊर्जा-आधारित हथियार प्रणाली है जो एक लेजर का इस्तेमाल कर मानवरहित विमान, रॉकेट और मोर्टार को एक वार में ही ध्वस्त करती है और वो भी मात्र 3.50 डॉलर (268 रुपये) के खर्च में. सुनने में ये साइंस फिक्शन जैसा लग सकता है, लेकिन ये सच है.'

इजरायल की सरकारी रक्षा एजेंसी ने किया है विकसित

मिसाइल को इजरायल की सरकारी रक्षा एजेंसी 'राफेल एडवांस्ड सिस्टम्स ने विकसित किया है. इजरायल के रक्षा मंत्रालय के अनुसंधान और विकास दल के प्रमुख के अनुसार, ब्रिगेडियर जनरल यानिव रोटेम ने कहा कि आयरन बीन का परीक्षण चुनौतीपूर्ण समय पर किया गया था.

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उन्होंने तकनीक को लेकर कहा, 'लेजर का उपयोग एक 'गेम चेंजर' है. ये तकनीक काफी सरल है और ये ज्यादा खर्चीला भी नहीं है.'

टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश का रक्षा मंत्रालय पिछले कई वर्षों से लेजर आधारित डिफेंस सिस्टम का परीक्षण कर रहा था. पिछले साल हुए एक परीक्षण में डिफेंस सिस्टम ने एक ड्रोन को मार गिराया था. लेकिन हाल का परीक्षण सबसे सफल माना जा रहा है.

रक्षा मंत्रालय के अनुसंधान और विकास विभाग ने शुरू में 2024 तक इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम को तैनात करने की योजना बनाई थी, लेकिन सेना चाहती है कि ये तैनाती पहले ही हो जिसे लेकर प्रधानमंत्री बेनेट ने फरवरी में घोषणा की थी कि इजरायल एक साल के अंदर ही इसकी तैनाती कर देगा.

इजराइली रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने बुधवार को कहा, 'सिस्टम को जल्द से जल्द तैनात करने और एक कुशल, सस्ती और नए सुरक्षा घेरे को बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है.' 

मंत्रालय के अनुसार, इजरायल दुनिया के पहले देशों में से एक है जो वायु रक्षा प्रणाली विकसित करने के लिए शक्तिशाली लेजर तकनीक का उपयोग करने में सफल रहा है.

समाचार एजेंसी एपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसे लेकर बहुत कम जानकारी सामने आई है कि ये लेजर डिफेंस सिस्टम कितना प्रभावी है लेकिन इसके जमीन पर, हवा में और समुद्र में तैनात होने की उम्मीद है. 

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ईरान और हमास से मुकाबले की तैयारी

इजरायल अपने सबसे कट्टर दुश्मन ईरान और हमास से मुकाबला करने के लिए अपने डिफेंस सिस्टम को मजबूत करने में लगा है. मिसाइल डिफेंस सिस्टम के सफल परीक्षण की ये घोषणा यह घोषणा 11 दिनों तक चले इजरायल-गाजा युद्ध की वर्षगांठ के करीब हुई है.

माना जा रहा है कि इजरायल ने ऐसा करके हमास और ईरान को एक कड़ा संदेश दिया है. पिछले साल 11 दिनों तक चले इजरायल-गाजा युद्ध में गाजा के सत्तारूढ़ हमास आतंकवादी समूह ने इजरायल पर चार हजार से अधिक रॉकेट दागे थे.

इजराइली सैन्य अधिकारियों ने यह भी कहा है कि हाल के वर्षों में इजरायल पर ईरान के ड्रोन हमलों में बढ़ोतरी हुई है. इजरायल इसे ईरान का ड्रोन आतंक करार देता है. 

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