इजरायल और हमास के बीच पिछले एक साल से जंग जारी है. इजरायल अब हमास के आतंकियों की कमर पूरी तरह तोड़ने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए वह गाजा को मिलने वाली खाद्य सहायता पर चोट करने की योजना बना रहा है. उसका मानना है कि इसका असर सीधे तौर पर हमास के आतंकवादियों पर पड़ेगा लेकिन इससे गाजा के आम लोगों के भी बुरी तरह प्रभावित होने का खतरा है.
न्यूज एजेंसी एपी के अनुसार, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू उत्तरी गाजा में मानवीय सहायता बंद करने की योजना बना रहे हैं. इसका उद्देश्य हमास के आतंकवादियों की फूड सप्लाई को रोकना और उन्हें भूख से तड़पाना है. हालांकि इजरायल की यह योजना लाखों फिलिस्तीनियों को प्रभावित कर सकती है और उन्हें खाना और पानी से वंचित कर सकती है.
10 लाख लोगों पर मंडरा रहा भुखमरी का खतरा
गाजा में पहले से ही 10 लाख लोगों पर भूखमरी का खतरा मंडरा रहा है जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने शुक्रवार को सीएनएन को बताया कि अक्टूबर की शुरुआत से उत्तरी गाजा में किसी तरह की खाद्य सामग्री नहीं पहुंची है, जिससे 10 लाख लोगों के भूखे रहने का खतरा है.
अक्टूबर में नहीं पहुंचा कोई फूड ट्रक
अगस्त में, लगभग 700 फूड ट्रक उत्तरी गाजा में दाखिल हुए थे. WFP ने कहा कि सितंबर में, कब्जे वाले वेस्ट बैंक और जॉर्डन के बीच सीमा पर एलेनबी क्रॉसिंग पर वाणिज्यिक संचालन बंद होने के बाद, केवल 400 सहायता ट्रकों ने प्रवेश किया. सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार WFP ने बताया कि अक्टूबर में किसी भी फूड ट्रक ने उत्तरी गाजा में प्रवेश नहीं किया है.
वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने जताई चिंता
WFP ने बुधवार को एक रिपोर्ट में कहा कि गाजा पट्टी में प्रवेश करने वाली सहायता महीनों में अपने सबसे निचले स्तर पर गिर गई है, जिससे संगठन को अक्टूबर में फूड पार्सल के वितरण को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा. WFP ने कहा, 'अकाल का खतरा बना हुआ है. अगर मदद मिलना फिर से शुरू नहीं हुई तो इसका असर 10 लाख लोगों की जिंदगियों पर पड़ेगा.'