इजरायल और हमास के बीच सीजफायर डील को लेकर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि जब तक सभी बंधकों को रिहा नहीं कर दिया जाता, हम पीछे नहीं हटेंगे. बता दें कि अमेरिका की मध्यस्थता में इजरायल और हमास के बीच एक युद्ध विराम समझौता हुआ है जिसके तहत दोनों पक्ष एक-दूसरे के बंधकों को रिहा करने पर सहमत हुए हैं.
इजरायल बाइडेन और ट्रंप प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहा है. इजरायल और हमास के बीच बंधक समझौता (Hostage Deal) बाइडेन और ट्रंप प्रशासन के साथ सहयोग का परिणाम है. नेतन्याहू ने अमेरिकी हथियारों पर सभी प्रतिबंध हटाने की योजना के लिए ट्रंप को धन्यवाद दिया.
'समझौता विफल रहा तो फिर शुरू होगा युद्ध'
नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल गाजा बॉर्डर पर पूरा नियंत्रण बनाए रखेगा. इस समझौते का पहला चरण अस्थायी युद्ध विराम है. अगर समझौते का दूसरा चरण निरर्थक रहा तो इजरायल फिर से युद्ध शुरू कर सकता है. ट्रंप और बाइडेन ने इजरायल के इस अधिकार का समर्थन किया है.
नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल अपने 'दुश्मनों' पर सात मोर्चों पर हमला करेगा. उन्होंने कहा कि 'हमने सीरिया के हथियार नष्ट कर दिए हैं.' इजरायली पीएम ने कहा कि 'अगर हमें युद्ध की ओर लौटना ही है तो हम यह नए और सशक्त तरीकों से करेंगे.'
'इजरायल ने बदल दिया मिडिल ईस्ट का चेहरा'
उन्होंने कहा कि युद्ध शुरू होने के बाद से इजरायल ने 'मिडिल ईस्ट का चेहरा बदल दिया है'. इजरायल और हमास ने बुधवार को युद्ध विराम समझौते और इजरायली बंधकों को फिलिस्तीनी कैदियों के साथ बदलने पर सहमति जताई. अक्टूबर 2023 में युद्ध शुरू होने के बाद से यह दूसरा युद्ध विराम समझौता है- पिछला समझौता बमुश्किल एक हफ्ते तक चला था.