भारत और इस्राइल को आतंकवाद से पीड़ित करार देते हुए इस्राइली राष्ट्रपति शिमोन पेरेज ने मंगलवार को कहा कि वह वैश्विक समस्या बन चुके इस खतरे से निबटने में दोनों देशों के बीच पूर्ण एवं गहरे सहयोग को समझते हैं.
पेरेज ने पाकिस्तान की ओर परोक्ष रूप से इशारा करते हुए कहा, ‘आप आतंकवाद से बाकी दुनिया की भांति ही पीड़ित हैं. आज की सुरक्षा जरूरी नहीं कि सेनाओं के बीच के संघर्ष से जुड़ी हो लेकिन परमाणु हथियारो से संपन्न दोनों देशों के बीच बहुत ही नाजुक संतुलन है.’
उन्होंने कहा, ‘मैंने देखा है कि आपका देश किन राहों से गुजरा है. करीब-करीब एक चमत्कार ही था कि आपने अपने संसद और उसके सदस्यों को (आतंकवाद का) शिकार बनने से बचाया और मुंबई हमले की घटना भी सामने है. हम इस क्षेत्र में पूर्ण और गहरे सहयोग को समझते हैं.’
इस कार्यक्रम में इस्राइल में भारत के नये राजदूत जयदीप सरकार ने उन्हें अपना परिचय पत्र प्रस्तुत किया. इस्राइली राष्ट्रपति ने आतंकवादी हमलों का सामना करने में दोनों देशों की स्थितियों के बीच समानता दिखाने का प्रयास किया.
पेरेज कहा, ‘जब आपके समक्ष सेना होती है, तब आपको उसके इरादे मालूम होते हैं लेकिन जब आपके सामने आतंकवादी होते हैं तब आपको नहीं मालूम होता है कि उसका सामना कैसे किया जाए. वे कानून का सम्मान नहीं करते, उनका कोई आत्म संयम नहीं होता.’
उन्होंने कहा, ‘मैं सोचता हूं कि भारत इस बात का बहुत बड़ा उदाहरण है कि वहां विभिन्न परेशानियां के बाद भी पूर्ण आजादी के साथ कैसे व्यापक भाषाई, संप्रदायिक विविधताएं सह अस्तित्व में हैं.’
उन्होंने कहा, ‘पश्चिम एशिया के देशों को आपस में यह सीखना चाहिए कि गरीबी से कैसे निजात पाया जाए. आपने अमेरिकी डॉलर या रूसी डॉलर लेकर गरीबी से निजात नहीं पाया बल्कि अपना आतंरिक सुधार किया और यह समझा कि आधुनिकता का नया आह्वान विज्ञान है.’