कनाडा जाने की इच्छा रखने वालों के लिए बड़ी खबर. वहां की सरकार आव्रजन नियमों में कुछ ऐसे बदलाव करने जा रही है जिससे वहां बसना आसान होगा और इसके लिए लंबे समय तक अब इंतजार नहीं करना होगा. एक आर्थिक अखबार ने यह खबर दी है.
पत्र के मुताबिक कनाडा के आव्रजन मंत्री क्रिस एलेक्जेंडर ने कहा कि स्किल्ड यानी किसी खास पेशे में सिद्धहस्त लोगों को उनके देश में महज छह महीनों में आव्रजन मिल जाएगा यानी वहां रहने का अधिकार मिल जाएगा, पहले इसमें वर्षों लग जाते थे. कनाडा के मंत्री ने कहा कि इस दिशा में क्रांतिकारी बदलाव किए गए हैं ताकि कनाडा में काम करने के इच्छुक लोगों को वहां आने में कोई परेशानी न हो.
यह व्यवस्था जनवरी 2015 से लागू होगी. इसके तहत डिग्रीधारियों और अन्य तरह की योग्यता रखने वालों को ज्यादा समय तक इंतजार नहीं करना होगा. इसके लिए कनाडा सरकार एक्सप्रेस इंट्री सिस्टम लागू करने जा रही है. यह ऑस्ट्रेलिया के स्किल सलेक्ट और न्यूजीलैंड के प्वाइंट सिस्टम की ही तरह है. इसमें कुछ खास विधाओं के लोगों के आवेदन छह महीने में ही प्रॉसेस हो जाएंगे.
एक्सप्रेस इंट्री के लिए आवेदनकर्ता को कनाडा सरकार को एक एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जमा करना होगा. इसमें उनका रिज्यूमे और अन्य विवरण भरे होंगे. इसे एक डेटाबेस में डाल दिया जाएगा. कनाडा की कंपनियां या रोजगार देने वाले अन्य लोग उससे अपनी पसंद के भारतीय को वहां बुला लेंगे. ऐसे लोगों को तुरंत वीसा मिल जाएगा और वे वहां जा सकेंगे.
कनाडा में हर साल 5,000 वीसा उन लोगों को दिए जाते हैं जो इंजीनियरिंग और मेडिकल विधाओं में पारंगत होते हैं. इतना ही नहीं, वहां की किसी यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने की चाहत रखने वालों को असीमित वीसा दिए जाते हैं. यानी ऐसे लोगों को वीसा पाने में कोई बाधा नहीं होती है.
2013 में 33,000 भारतीय कनाडा में बस गए. इनमें से 55 प्रतिशत बिज़नेस और इकोनॉमिक कैटगरी में थे. शेष अपने परिवार के साथ रहने वाले लोग थे.
कनाडा में हर साल 12,000 लोगों को परमानेंट वीसा दिया जाता है यानी वे जीवन भर वहां रह सकते हैं. ऐसे लोगों के लिए शर्त है कि उन्होंने कम से कम 12 महीने कोई पेशेवर काम किया हो.