इटली के शहर जेनोआ में बुधवार को पुल ढहने की घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बीच सरकार ने हादसे के लिए देश की मोटरवेज की प्रभारी कंपनी को जिम्मेदार ठहराया है. गृह मंत्रालय के सूत्रों ने मीडिया को बताया कि 16 लोग घायल हुए है जिनमें से 12 लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, ये पुल 50 साल पुराना था. जो कि जेनोआ और दक्षिण फ्रांस को जोड़ता था. मंगलवार को मूसलाधार बारिश के चलते गिर गया. इस दौरान पुल पर दर्जनों गाड़ियां पुल पर से गुजर रही थीं. पुल का मलबा उस पर से गुजर रहीं गाड़ियों समेत नदी, रेलवे ट्रैक और दो गोदामों पर जाकर गिरा.
गृहमंत्री मात्तेओ साल्विनी ने दक्षिणी क्षेत्र कलाब्रिया में मीडिया से कहा, 'हम इस समय 38 लोगों की मौत होने और कुछ लोगों के लापता होने की पुष्टि करते हैं.' साल्विनी ने बताया कि हादसे में मारे गए लोगों में आठ, 12 और 13 साल की उम्र के बच्चे भी शामिल हैं. कुछ लोग अभी भी लापता हैं.
वहीं मामले पर उपप्रधानमंत्री ने कहा, 'पुल का मैनेजर जो कि प्राइवेट सेक्टर से है, ने इस पुल के टोल से करोड़ों रुपयों की कमाई की, लेकिन जितना पैसा उन्हें इस पर खर्च करना था, वह नहीं किया. और इसके लिए उन्हें मिलने वाली छूट बंद कर देनी चाहिए.' साथ ही उन्होंने कहा कि इस हादसे को टाला जा सकता था.
फायर बिग्रेड विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि 400 फायरफाइटर मौके पर मौजूद हैं और पुल के मलबे के बड़े हिस्सों को उठाकर हटाकर बचाव टीम के लिए रास्ता साफ कर रहे हैं, ताकि वे हादसे में जीवित बचे लोगों तक पहुंच सकें.