इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने कहा कि सरोगेट पैरेंटहुड एक अमानवीय प्रथा है, जो बच्चों को सुपरमार्केट प्रोडक्ट के रूप में मानती है. इतना ही नहीं, मेलोनी ने संसद से उन लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए एक विधेयक पारित करने की बात भी कही जो इसके लिए विदेश जाते हैं.
बता दें कि सरोगेसी के जरिए पालन-पोषण करना इटली में गैरकानूनी है, जिसके लिए जेल और जुर्माना का प्रावधान है. वहीं, जॉर्जिया मेलोनी के दक्षिणपंथी गठबंधन ने अपने एजेंडे के तहत सरोगेसी के खिलाफ और भी सख्त प्रतिबंध लगाने की बात कही है.
मेलोनी ने एक कार्यक्रम में कहा कि कोई भी मुझे यह विश्वास नहीं दिला सकता कि अपनी कोख किराए पर देना स्वतंत्रता का काम है, कोई भी मुझे यह विश्वास नहीं दिला सकता कि बच्चों को सुपरमार्केट में बिना पर्ची के मिलने वाला उत्पाद मानना प्रेम का काम है. मेलोनी ने कहा कि मैं अभी भी गर्भाशय को किराये पर देने की प्रथा को अमानवीय मानता हूं, मैं इसे एक सार्वभौमिक अपराध बनाने वाले प्रस्तावित कानून का समर्थन करती हूं.
दरअसल, इटेलियन संसद मेलोनी की ब्रदर्स ऑफ इटली पार्टी द्वारा तैयार किए गए एक विधेयक पर चर्चा कर रही है, जिसमें इटालियंस को उन देशों में बच्चा पैदा करने से प्रतिबंधित किया गया है, जहां अमेरिका और कनाडा जैसे सरोगेसी कानूनी है.
हालांकि इटली के निचले सदन चैंबर और सीनेट द्वारा अनुमोदित इस विधेयक की विपक्षी राजनेताओं ने आलोचना की है, जो इसे एलजीबीटीक्यू लोगों को टारगेट करने के रूप में देखते हैं. पूर्व विदेश मंत्री एम्मा बोनिनो ने कहा था कि इस मुद्दे पर सार्वभौमिक प्रतिबंध से नहीं, बल्कि ऐसे रेग्युलेशन से निपटा जा सकता है, जो दांव पर लगे अधिकारों को संतुलित करता है.